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दिल्ली हज कमेटी की चेयरपर्सन कौसर जहां यात्रा की जानकारी देते हुए।
– फोटो : Amar Ujala
विस्तार
दिल्ली हज कमेटी की चेयरपर्सन कौसर जहां ने कहा कि इस साल हाजियों के प्रशिक्षण में शारिरिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी गई है। लोगों को व्यायाम बताकर स्वयं को स्वस्थ रखने के लिए सलाह दी गई है। बिना सहयोगी के भी मुस्लिम महिलाओं के हज जाने की अनुमति मिल जाने के कारण ऐसे हज यात्री महिलाओं की संख्या बढ़ गई है। इस बार 4314 महिला हज यात्री बिना किसी सहयोगी के यात्रा करेंगी।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष दिल्ली से 22 हजार हज यात्रियों का प्रशिक्षण, उनके कागज की चेकिंग का काम पूरा हो गया है। लो फ्लोर बसें देकर उन्हें सुरक्षित आवागमन निश्चित किया गया है। ट्रांजिट कैंप में हर तरह की सुविधाएं देकर महिलाओं और बुजुर्गों की सुविधा दी गई है। एयरपोर्ट पर यात्रियों के आसानी से निकलने के लिए ज्यादा चेक पॉइंट्स बनाये जाने का अनुरोध किया गया है। हज यात्रियों के लिए अलग पास वे बनाकर उनका सुरक्षित निकास सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है।
22 मई को पहली फ्लाइट में 381 यात्रियों के जाने की व्यवस्था की गई है। उसके बाद क्रमानुसार अन्य उड़ानों के जरिये हज यात्रियों को हज यात्रा के लिए भेजा जाएगा। 3 जुलाई से 22 जुलाई को हज यात्रियों की वापसी का कार्यक्रम रहेगा। हज यात्रियों के जाने की शुरुआत के समय 21 मई को एक विशेष कार्यक्रम रखा गया है।
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