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शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर
– फोटो : अमर उजाला
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हिमाचल प्रदेश स्कूल प्रधानाचार्य, निरीक्षण अधिकारी संघ और मुख्य अध्यापक अधिकारी संघ के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर से सचिवालय में मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा मंत्री के समक्ष प्रधानाचार्यों से हो रहे अन्याय के बारे में जानकारी दी।
प्रधानाचार्य संघ के प्रदेश अध्यक्ष हरि शर्मा और मुख्य अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रतन वर्मा ने बताया कि प्रधानाचार्यों के नियमितीकरण को लेकर हो रही देरी पर चिंता जताई गई। शिक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया कि 15 सितंबर से पहले नियमितीकरण के लिए एकमुश्त छूट को लेकर कैबिनेट में फैसला लिया जाएगा।
प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानाचार्य के ज्वाइनिंग और रिलीविंग से संबंधित हाल ही में जारी आदेशों को वापस लेने की मांग की। इन आदेशों के तहत प्रधानाचार्य को स्थानांतरित होने पर ज्वाइनिंग संबंधित जिला के शिक्षा उपनिदेशक को देनी पड़ती है और स्थानांतरित होने पर संबंधित जिला के शिक्षा उपनिदेशक द्वारा ही प्रधानाचार्य को रिलीव किया जाता है।
कई जिलों में कनिष्ठ प्रधानाचार्य को शिक्षा उप निदेशक का कार्यभार दिया गया है। इस कारण वरिष्ठ प्रधानाचार्य को कनिष्ठ अधिकारी की ओर से रिलीव तथा ज्वाइन करवाया जा रहा है। संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने इन आदेशों को तुरंत वापस लेने की मांग की है।
शिक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया है कि इन आदेशों पर पुनर्विचार किया जाएगा! इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने प्रधानाचार्य एवं निरीक्षण अधिकारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष हरी शर्मा की पुस्तक राष्ट्र निर्माण में शिक्षा और संस्कृति की भूमिका का भी विमोचन किया।
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