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गोलीबारी की घटना के बाद घायलों को अस्पताल ले जाने की तैयारी करती पुलिस
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
बिहार के समस्तीपुर कोर्ट कैंपस में शनिवार दोपहर पेशी के दौरान घात लगाए बदमाशों ने शराब मामले में जेल में बंद कारोबारी प्रभात चौधरी पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इस घटना में प्रभात चौधरी के अलावा एक अन्य कैदी को गोली लगी है। दूसरे कैदी की पहचान मुफस्सिल थाना क्षेत्र के दूध पूरा गांव निवासी प्रभात तिवारी के रूप में की गई है वह चोरी के मामले में जेल में बंद है। हमलावरों की संख्या तीन बताई गई है जो हाथ में पिस्तौल लिए हुए थे। घटना को अंजाम देने के बाद वे मुख्य गेट से पैदल ही फरार हो गए। इस दौरान वहां मौजूद लोग और तैनात पुलिसकर्मी तमाशबीन बने रहे।
वहीं, घटना की सूचना पर एसपी विनय तिवारी के अलावा सदर डीएसपी संजय पांडे समेत दलबल के साथ मौके पर पहुंचकर छानबीन में जुट गए हैं। एसपी ने कहा कि इस घटना के पीछे शराब कारोबार का सिंडिकेट हो सकता है। पुलिस की टीम सभी बिंदुओं से मामले की जांच में जुट गई है।
पेशी के बाद कैदी पर हुआ हमला
जानकारी के मुताबिक, दिन के करीब ढाई बजे शराब मामले में बंद निभा चकहेदर गांव निवासी प्रभात चौधरी को शनिवार यानी आज कोर्ट में पेश किया जाना था। कोर्ट में पेशी के दौरान उसे वहां से उतारने के बाद मुख्य भवन की ओर ले जाया जा रहा था। इसी दौरान अचानक तीन हथियारबंद बदमाशों ने उस पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। इस दौरान एक गोली उसकी जांघ में लगी, जबकि दूसरी गोली उसके कंधे के पास से होकर गुजर गई।
पिस्तौल लहराते हुए फरार हुए बदमाश
गोलीबारी की इस घटना में उसके साथ पेशी के लिए आए चोरी के मामले में बंद मुफस्सिल थाना क्षेत्र के दूध पूरा गांव निवासी प्रभात तिवारी को भी हाथ में गोली लगी। गोलीबारी की इस घटना के बाद कोर्ट परिसर में अफरातफरी मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। हालांकि इस दौरान कोर्ट कैंपस में करीब दो दर्जन से अधिक सुरक्षा बल के जवान तैनात थे। इसके बावजूद सभी मूक दर्शक की भूमिका में रहे। बदमाश घटना को अंजाम देने के बाद हाथ में पिस्तौल लहराते हुए मुख्य गेट से ही काशीपुर की ओर फरार हो गए।
45 लाख की शराब बरामदगी के मामले में थी पेशी
बीते अप्रैल महीने में कल्याणपुर प्रखंड के चकमहेसी थाना क्षेत्र के नीमा चकहेदर गांव से पुलिस ने करीब 45 लाख रुपये मूल्य की शराब बरामद की थी। आरोपी प्रभात चौधरी को इसी मामले में जिला एसटीएफ की टीम ने अप्रैल महीने में ही पटना से गिरफ्तार किया था। उसके बाद इसे जेल भेजा गया था। तब से वह इसी मामले में जेल में बंद था।
आरोपी प्रभात चौधरी के अधिवक्ता चंदन कुमार ने बताया कि आज शराब बरामदगी के मामले में उनकी पेशी थी। इस कारण उन्हे कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था। कोर्ट में उनकी पेशी हो गई थी। उसके बाद पुलिसकर्मी उन्हें कैदी हाजत की ओर ले जा रहे थे। इसी दौरान यह घटना हुई। अधिवक्ता ने कोर्ट में सुरक्षा पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि कोर्ट में दोनों गेट पर पुलिस बल की तैनाती है, बावजूद बदमाश घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गए।
घायल कैदी हत्या के मामले में जा चुका है जेल
करीब तीन साल पहले चकमहेसी थाना के नीमा चकहेदर गांव के मो. शमसेर का अपहरण कर हत्या कर देने के मामला सामने आया था। शमशेर का शव मधुबनी में मिला था। इस हत्याकांड में प्रभात आरोपी है। उक्त हत्याकांड में वह जेल भी गया था। हत्याकांड में वह बेल पर है। शमशेर हत्याकांड को लेकर उस समय जिले में खूब बबाल मचा था।
समस्तीपुर कोर्ट परिसर का आंखो देखा हाल
अधिवक्ता पुरुर्षोत्तम कुमार उर्फ मुन्ना ने बताया कि वह अपने सीनियर के साथ कोर्ट के मुख्य गेट के पास बैठे हुए थे। करीब ढाई बज रहे थे। इसी दौरान कोर्ट परिसर में गोली चलने की आवाज सुनाई पड़ी। कुछ देर बाद मुख्य गेट से पहले एक बदमाश हाथ में पिस्तौल लटकाए भागते हुए बाहर निकला और रजिस्ट्री ऑफिस की ओर फरार हो गया। कुछ मिनट बाद ही एक और बदमाश पिस्तौल लिए तेजी से बाहर निकला। भागने के दौरान वह गेट से थोड़ा आगे गिर भी गया। लेकिन उसके हाथ में पिस्तौल थी। इस कारण भी लोग उसे छूने की हिम्मत नहीं कर सके। तीसरा बदमाश दूसरे रास्ते से फरार हो गया।
‘…इससे अच्छा तो सुरक्षागार्ड को हटा दिया जाए’
अधिक्ता ने बताया कि इस दौरान कोर्ट के सुरक्षा गार्ड की भूमिका काफी लापरवाही भरी है। सभी के पास हथियार हैं, लेकिन घटना के बाद बदमाश फरार हो गए। सुरक्षा में यह बड़ी चूक है। अधिवक्ताओं ने सुरक्षा को लेकर बड़ा सवाल उठाते हुए कहा है कि इससे अच्छा यहां से सुरक्षा गार्ड को हटा दिया जाना चाहिए।
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