[ad_1]

सीतामढ़ी में बाढ़ से सड़कें जलमग्न
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
बिहार के सीतामढ़ी जिले की नदियों के जलस्तर में काफी बढ़ोतरी हो रही है। दरअसल, नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र और जिले में लगातार हो रही बारिश से बागमती नदी सहित अन्य नदियां उफनाई हुई हैं। बागमती नदी सहित अधवारा समूह की नदियां लखनदेई, मरहा, हरदी, रातो, झीम, लालबकैया भी उफना गईं हैं। इस वजह से जिला बाढ़ की चपेट में है। बागमती नदी सभी जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इससे जिले के कई हिस्सों सोनबरसा, परिहार, सुरसंड, बेलसंड क्षेत्र में बाढ़ आ गई है। इसके कारण खाप-खोपराहा से मेजरगंज पथ और परवाहा-लालबंदी सड़कों पर पानी चढ़ जाने से आवागमन ठप हो गया है। परिहार के लहुरिया गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।
कहां कितना पानी
बागमती नदी का जलस्तर ढेंग, सोनाखान, डूबाधार, चंदौली, कटौझा में खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। बागमती कटौझा में 01.70 मी., चंदौली में 0.70 सेमी, डुबाधार में 0.35 सेमी, सोनाखान में 0.68 सेमी, ढेंग में 0.08 सेमी ऊपर बह रहा है। वहीं, इन सब जगह जलस्तर में बढ़ोतरी लगातार जारी है। इधर, अधवारा समूह की नदियों के जलस्तर में भी वृद्धि हुई है। जलस्तर बढ़ने से एक बार फिर जिले में बाढ़ आ गई है। बागमती का पानी दोनों तटबंध के भीतर फैल गया है। परवाहा-लालबंदी पथ में सड़क पर पानी का तेज बहाव जारी है, जिससे आवागमन अवरूद्ध है।
जिला बाढ़ नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार तीन बजे शाम को जलस्तर की स्थिति ढेंग में 71.08 मी, सोनाखान में 69.48 मी, डुबाधार में 61.90 मी, चंदौली में 59.65 मी, कटौझा में 56.65 मी, सोनबरसा में 80.19 मी, सुंदरपुर में 69.45 मी, पुपरी में 51.78 मी और गोआबाड़ी में 71.80 मी है।
[ad_2]
Source link