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                        नालंदा समाहरणालय के सामने प्रदर्शन करता पीड़ित परिवार
                                    – फोटो : अमर उजाला 
                    
विस्तार
बिहार के नालंदा में ढाई महीने पहले दिनदहाड़े एक युवक की उसके अपने ही मुर्गी फार्म में गला रेत कर हत्या कर दी गई थी। पीड़ित पक्ष ने इस मामले में राजद नेता समेत आठ लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करवाई थी। इसके बावजूद पुलिस अब तक जांच की बात कह गिरफ्तारी से बचती आ रही है। यह मामला दीपनगर थाना क्षेत्र के काको बीघा गांव का है। मृतक दुलारचंद गोप का बेटा नीतीश कुमार उर्फ टोनी (18) है।
दरअसल, 13 जुलाई को नीतीश कुमार का संदिग्ध अवस्था में मुर्गी फार्म से शव बरामद किया गया था। सोमवार को पीड़ित परिवार समाहरणालय पहुंचा। यहां उसने एसपी को इस मामले में ज्ञापन सौंपा। पीड़ित पक्ष ने पुलिस-अपराधी गठजोड़ को लेकर भी चिंता जाहिर की। इस दौरान पीड़ित पक्ष ने कहा कि नामजद आरोपी द्वारा उन लोगों को धमकी दी जा रही है। लोदीपुर नरसंहार दोहराने की भी बात कही जा रही है। उसके डर के कारण वे लोग गांव छोड़कर किसी अन्यत्र जगह रह रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, ढाई महीने पहले दिनदहाड़े गांव के ही कुछ लोगों ने गला रेत कर नीतीश कुमार की हत्या कर दी थी। पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने के कारण आरोपियों का मनोबल बढ़ गया है। आरोपी अब आए दिन घर में घुसकर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। यही वजह है कि पीड़ित परिवार घर छोड़ कर किसी अन्य जगह रह रहा है।
वहीं, इस मामले में आरोपी राजद नेता अरुणेश यादव खुद को बेकसूर बता चुका है। वह राजनीतिक षड्यंत्र के तहत इस मामले में उसका नाम घसीटने की बात कह रहा है। सदर डीएसपी डॉ. शिबली नोमानी ने बताया कि मामले की जांच प्रकिया के अधीन है। जांच में जिनकी भी संलिप्तता सामने आएगी, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। फिलहाल जांच की प्रक्रिया चल रही है।
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