Aligarh News: एक माह में शुरू होगी डिफेंस कॉरिडोर अलीगढ़ नोड की पहली इकाई, 25 निवेशकों को मिल चुकी है भूमि

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First unit of Defense Corridor Aligarh node will start in a month

डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का निरीक्षण करतें डीएम इंद्र विक्रम सिंह
– फोटो : अमर उजाला

विस्तार

डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर अलीगढ़ नोड के निर्माण कार्य ने रफ्तार पकड़नी शुरू कर दी है। लगभग एक महीने में नोड की पहली इकाई शुरू हो जाएगी। यूपीडा द्वारा अब तक 25 निवेशकों को भूमि का आवंटन भी किया जा चुका है। जिलाधिकारी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर को गति प्रदान करने के लिए निवेशकों, आवंटियों के साथ तीन बैठकें भी कर चुके हैं।

प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर स्थापना के लिए छह नोड झांसी, चित्रकूट, जालौन, अलीगढ़, आगरा एवं कानपुर विकसित किए गए हैं। जिलाधिकारी के प्रयासों से अभी तक सर्वाधिक आवंटन एवं विकास कार्य अलीगढ़ नोड में ही हुआ है। बुधवार को जिला मजिस्ट्रेट इंद्र विक्रम सिंह डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के निरीक्षण को पहुंचे। उन्होंने बताया कि डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर एक महत्वाकांक्षी परियोजना है। इसका उद्देश्य भारतीय एयरोस्पेस एवं रक्षा क्षेत्र की विदेशी आपूर्तिकर्ताओं पर निर्भरता को कम करना है।

डिफेंस कॉरिडोर में एमिटेक इलेक्ट्रॉनिक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के स्वामी अमित शर्मा ने बताया कि धरातल पर अधिकतर कार्य पूर्ण कर लिया गया है। शेष कार्य भी कंपनी द्वारा जल्द पूरे कर लिए जाएंगे। डीएम ने प्रथम इकाई स्थापना के लिए बधाई देते हुए तीव्र गति के साथ अवशेष कार्यों को पूर्ण कराने के निर्देश दिए।

संयुक्त आयुक्त उद्योग बीरेंद्र सिंह ने बताया कि अलीगढ़ डिफेंस कॉरिडोर में 25 इकाइयों को भूमि का आवंटन किया जा चुका है। सभी आवंटियों को मौके पर कब्जा भी दे दिया गया है। डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में सड़क, बिजली, ओवर हैड टैंक, चारदीवारी का निर्माण कार्य काफी समय पहले ही पूर्ण किया जा चुका है।

राज्य विश्वविद्यालय का समय से करें कार्य पूरा, नहीं तो अर्थदंड : डीएम

डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने निर्माणाधीन राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि लगभग 53 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। जिलाधिकारी ने ईश्वर सिंह एंड एसोसिएट कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े अफसरों को निर्देशित किया कि प्रदेश सरकार की शीर्ष प्राथमिकता वाले राज्य विश्वविद्यालय पर पूर्ण क्षमता के साथ निर्माण कार्य कराया जाए। उन्होंने साफ किया यदि कार्य समय से पूर्ण नहीं होता है तो अनुबंध के आधार पर अर्थदंड लगाया जाएगा।

जिलाधिकारी ने स्थलीय निरीक्षण के दौरान पाया कि प्रशासनिक भवन, पुस्तकालय भवन, शैक्षणिक भवन, एएसी ब्लॉक एवं खिड़की, दरवाजे के फ्रेम लगाने आदि का कार्य प्रगति पर है। पुरुष, महिला छात्रावास, आवासीय परिसर में प्रथम तल की छत का कार्य पूर्ण एवं द्वितीय तल की छत एवं एएसी ब्लॉक का कार्य प्रगति पर है। अधिशासी अभियंता लोक निर्माण इंद्रपाल सिंह द्वारा बताया गया कि अब तक 45.52 करोड़ धनराशि का उपभोग किया जा चुका है। 44.88 प्रतिशत वित्तीय प्रगति के साथ 53 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है।

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