Aligarh News: जवां से पकड़ा गया तेंदुआ लखनऊ के शिवालिक एरिया में छोड़ा जाएगा, टीम लेकर रवाना

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तेंदुआ को लखनऊ ले जाती वन विभाग की टीम

तेंदुआ को लखनऊ ले जाती वन विभाग की टीम
– फोटो : अमर उजाला

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अलीगढ़ के जवां में घुस आए तेंदुआ को बेहोश कर पकड़ने के बाद लखनऊ के शिवालिक एरिया में छोड़ा जाएगा। वन विभाग की टीम तेंदुआ को लखनऊ के लिए रवाना हो गई है।

प्रभागीय वन अधिकारी दिवाकर कुमार वशिष्ठ ने बताया कि तेंदुआ को लखनऊ के शिवालिक एरिया में छोड़ा जाएगा। टीम लखनऊ के लिए रवाना हो गई है। तेंदुआ कहां से आया, इस पर उन्होंने बताया कि जैसा कि  मेरठ, बागपत, बरेली, ग्रेटर नोएडा में तेंदुआ मिलने की खबरें आईं। ऐसे क्षेत्रों में ही इन्हें खाने के लिए सही मिलता है। गन्ना क्षेत्र की बेल्ट से शायद यह तेंदुआ आया हो। 

जवां के एक कमरे में बंद था तेंदुआ

ऐसे पकड़ा गया तेंदुआ
 अलीगढ़ के जवां में शनिवार सुबह 8.30 बजे के लगभग कुछ ग्रामीण खेत में आग ताप रहे थे। उन्होंने गेंहू के एक खेत में कुछ हलचल देखकर 15 वर्षीय विशाल पुत्र गणेश को पशु भगाने के लिए भेजा। बच्चा जैसे ही खेत में पहुंचा, वहां पर तेंदुआ लेटा हुआ था। बच्चे ने तेंदुआ को एक पत्थर का टुकड़ा उठाकर मार दिया। तेंदुआ ने बच्चे पर हमला बोल दिया। जिससे बच्चा घायल हो गया।

बच्चे की आवाज सुनकर ग्रामीण वहां पहुंचे। उन्हें देखकर तेंदुआ गांव की ओर भागा। कुछ दरवाजे बंद थे। प्रेम मुरारी पुत्र देवी शरण के एक कमरे का दरवाजा खुला हुआ था, तेंदुआ उसमें घुस गया। ग्रामीणों ने कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। उस घर के सदस्यों ने रसोईघर में बंद होकर अपनी जान बचाई।

मामले की सूचना पर पुलिस और वन विभाग की टीम गांव में पहुंची। तेंदुआ काबू में न आने पर इटावा सफारी वाइल्ड लाइफ  की टीम और अलीगढ़ मंडल के चारों जिलों के डीएफओ के निर्देशन में तेंदुए को पकड़ने के लिए प्रयास किया गया। टीम ने कमरे के बाहर से ही तेंदुआ को बेहोशी के इंजेक्शन दिए। जिससे तेंदुआ बेहोश हो गया। लगभग 10 घंटे के बाद रात आठ बजे तेंदुआ को बेहोश कर पकड़ा गया।

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अलीगढ़ के जवां में घुस आए तेंदुआ को बेहोश कर पकड़ने के बाद लखनऊ के शिवालिक एरिया में छोड़ा जाएगा। वन विभाग की टीम तेंदुआ को लखनऊ के लिए रवाना हो गई है।

प्रभागीय वन अधिकारी दिवाकर कुमार वशिष्ठ ने बताया कि तेंदुआ को लखनऊ के शिवालिक एरिया में छोड़ा जाएगा। टीम लखनऊ के लिए रवाना हो गई है। तेंदुआ कहां से आया, इस पर उन्होंने बताया कि जैसा कि  मेरठ, बागपत, बरेली, ग्रेटर नोएडा में तेंदुआ मिलने की खबरें आईं। ऐसे क्षेत्रों में ही इन्हें खाने के लिए सही मिलता है। गन्ना क्षेत्र की बेल्ट से शायद यह तेंदुआ आया हो। 

जवां के एक कमरे में बंद था तेंदुआ

ऐसे पकड़ा गया तेंदुआ

 अलीगढ़ के जवां में शनिवार सुबह 8.30 बजे के लगभग कुछ ग्रामीण खेत में आग ताप रहे थे। उन्होंने गेंहू के एक खेत में कुछ हलचल देखकर 15 वर्षीय विशाल पुत्र गणेश को पशु भगाने के लिए भेजा। बच्चा जैसे ही खेत में पहुंचा, वहां पर तेंदुआ लेटा हुआ था। बच्चे ने तेंदुआ को एक पत्थर का टुकड़ा उठाकर मार दिया। तेंदुआ ने बच्चे पर हमला बोल दिया। जिससे बच्चा घायल हो गया।

बच्चे की आवाज सुनकर ग्रामीण वहां पहुंचे। उन्हें देखकर तेंदुआ गांव की ओर भागा। कुछ दरवाजे बंद थे। प्रेम मुरारी पुत्र देवी शरण के एक कमरे का दरवाजा खुला हुआ था, तेंदुआ उसमें घुस गया। ग्रामीणों ने कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। उस घर के सदस्यों ने रसोईघर में बंद होकर अपनी जान बचाई।

मामले की सूचना पर पुलिस और वन विभाग की टीम गांव में पहुंची। तेंदुआ काबू में न आने पर इटावा सफारी वाइल्ड लाइफ  की टीम और अलीगढ़ मंडल के चारों जिलों के डीएफओ के निर्देशन में तेंदुए को पकड़ने के लिए प्रयास किया गया। टीम ने कमरे के बाहर से ही तेंदुआ को बेहोशी के इंजेक्शन दिए। जिससे तेंदुआ बेहोश हो गया। लगभग 10 घंटे के बाद रात आठ बजे तेंदुआ को बेहोश कर पकड़ा गया।



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