Aligarh News: नौकरी के नाम पर कई राज्यों में ठगी, ओडिसा पुलिस ने किया जमालपुर से इंजीनियर गिरफ्तार

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गिरफ्तार जफर का अलीगढ़ में मकान

गिरफ्तार जफर का अलीगढ़ में मकान
– फोटो : अमर उजाला

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देश के अलग-अलग राज्यों में नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले रैकेट के खास सदस्य को ओडिशा पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने जमालपुर से गिरफ्तार किया है। इस रैकेट के द्वारा अब तक पांच राज्यों में 50 हजार से ज्यादा लोगों से ठगी का अनुमान है। ओडिशा पुलिस उसे यहां से वारंट के आधार पर गिरफ्तार करके ले गई है। हालांकि अभी अधिकारिक रूप से बहुत कुछ बताने के बजाय ओडिशा पुलिस ने यही कहा है कि जांच के आधार पर आगे जानकारी दी जाएगी।

ओडिशा ईओडब्ल्यू की टीम गिरफ्तारी वारंट लेकर 29 दिसंबर की रात अलीगढ़ पहुंची थी। यहां अधिकारियों से मुलाकात कर सिविल लाइंस जमालपुर हमदर्द नगर-ए, गोल मार्केट के 25 वर्षीय जफर अहमद पुत्र रज्जाक अहमद की गिरफ्तारी में मदद मांगी। टीम ने बताया कि यह व्यक्ति नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले रैकेट का खास सदस्य है। इसी आधार पर टीम इसे यहां से गिरफ्तार करके ले गई। टीम में शामिल एसआई तपश शाहू के अनुसार यह तकनीकी के जानकार लोगों का एक रैकेट है, जो फर्जी वेबसाइट बनाकर बेरोजगारों को आकर्षित करता है। 

2020 में कोरोना लॉकडाउन काल में सक्रिय हुए इस रैकेट ने अब तक ओडिशा, गुजरात, कनार्टक, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल के बेरोजागारों को निशाना बनाया। अनुमान के तौर पर 50 हजार से अधिक लोगों को ठगा होगा। पकड़ा गया जफर पेशे से सिविल इंजीनियर है। शुरुआती पूछताछ में उसने स्वीकारा कि इस रैकेट में और भी इंजीनियर शामिल हैं। यह लोग 50 से ज्यादा लोगों का अपना एक कॉल सेंटर भी चलाते हैं, जिन्हें 15 हजार रुपये मासिक वेतन दिया जाता था। 

कॉल सेंटर में अधिकांश लोग जमालपुर व आसपास के इलाके के ही थे। इस रैकेट ने अब तक 1 हजार से अधिक सिम कार्ड, 530 मोबाइल फोन, 100 से अधिक खच्चर बैंक खातों का प्रयोग किया है और यह उन खातों से जनसेवा केंद्र के जरिये रुपये निकालकर प्रयोग में लेते थे। एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुणावत ने स्वीकारा कि ओडिशा पुलिस टीम ने मदद मांगी थी। वारंट लेकर टीम आई थी। वह उसे गिरफ्तार कर ले गई। 

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देश के अलग-अलग राज्यों में नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले रैकेट के खास सदस्य को ओडिशा पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने जमालपुर से गिरफ्तार किया है। इस रैकेट के द्वारा अब तक पांच राज्यों में 50 हजार से ज्यादा लोगों से ठगी का अनुमान है। ओडिशा पुलिस उसे यहां से वारंट के आधार पर गिरफ्तार करके ले गई है। हालांकि अभी अधिकारिक रूप से बहुत कुछ बताने के बजाय ओडिशा पुलिस ने यही कहा है कि जांच के आधार पर आगे जानकारी दी जाएगी।

ओडिशा ईओडब्ल्यू की टीम गिरफ्तारी वारंट लेकर 29 दिसंबर की रात अलीगढ़ पहुंची थी। यहां अधिकारियों से मुलाकात कर सिविल लाइंस जमालपुर हमदर्द नगर-ए, गोल मार्केट के 25 वर्षीय जफर अहमद पुत्र रज्जाक अहमद की गिरफ्तारी में मदद मांगी। टीम ने बताया कि यह व्यक्ति नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले रैकेट का खास सदस्य है। इसी आधार पर टीम इसे यहां से गिरफ्तार करके ले गई। टीम में शामिल एसआई तपश शाहू के अनुसार यह तकनीकी के जानकार लोगों का एक रैकेट है, जो फर्जी वेबसाइट बनाकर बेरोजगारों को आकर्षित करता है। 

2020 में कोरोना लॉकडाउन काल में सक्रिय हुए इस रैकेट ने अब तक ओडिशा, गुजरात, कनार्टक, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल के बेरोजागारों को निशाना बनाया। अनुमान के तौर पर 50 हजार से अधिक लोगों को ठगा होगा। पकड़ा गया जफर पेशे से सिविल इंजीनियर है। शुरुआती पूछताछ में उसने स्वीकारा कि इस रैकेट में और भी इंजीनियर शामिल हैं। यह लोग 50 से ज्यादा लोगों का अपना एक कॉल सेंटर भी चलाते हैं, जिन्हें 15 हजार रुपये मासिक वेतन दिया जाता था। 

कॉल सेंटर में अधिकांश लोग जमालपुर व आसपास के इलाके के ही थे। इस रैकेट ने अब तक 1 हजार से अधिक सिम कार्ड, 530 मोबाइल फोन, 100 से अधिक खच्चर बैंक खातों का प्रयोग किया है और यह उन खातों से जनसेवा केंद्र के जरिये रुपये निकालकर प्रयोग में लेते थे। एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुणावत ने स्वीकारा कि ओडिशा पुलिस टीम ने मदद मांगी थी। वारंट लेकर टीम आई थी। वह उसे गिरफ्तार कर ले गई। 



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