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दो आरोपी गिरफ्तार।
– फोटो : Amar Ujala Digital
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खैर कोतवाली पुलिस ने क़रीब तेरह लाख रूपये की धोखाधडी में शामिल दो शातिर जालसाजों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। उन्होंने अथॉरिटी का गलत इस्तेमाल कर फर्जी आधार-मतदाता कार्ड तथा फर्जी बैंक पासबुक से 32 लोगों के नाम से 12 लाख नब्बे हजार रूपया का लोन स्वीकृत कराकर गबन कर लिया था।
बता दें कि आशीष शुक्ला पुत्र नर्मदा प्रसाद निवासी सियरमऊ, रायसैन मध्यप्रदेश ने 17 जनवरी को एसएसपी के आदेश पर ब्रांच हेड दिलीप कुमार पटेल, राम सिंह, मोहित कुमार, हरेन्द्र कुमार, जनसेवा केन्द्र संचालक व एक अज्ञात समेत 6 के खिलाफ कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर बारह लाख नब्बे हज़ार रूपये की धोखाधडी किए जाने का अभियोग दर्ज कराया था। आरोप था कि आरबीआई से रजिस्टर्ड सुगम्या फाईनेंस प्रालि में रीजनल हेड पर तैनाती के दौरान खैर के निकट लक्ष्मणगढी गांव में स्थित शाखा से नामजदों ने अथॉरिटी का गलत इस्तेमाल कर फर्जी आधार व मतदाता कार्ड तथा फर्जी बैंक पासबुक से 32 लोगों के नाम से 12 लाख नब्बे हजार रूपया का लोन स्वीकृत कराकर गबन कर लिया था।
जांच में फर्जीवाडा पाए जाने पर रिपोर्ट दर्ज हुई थी। उक्त मामले में इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह राणा ने सोमना बाईपास रोड स्थित महाराजा एंक्लेव कालोनी के निकट से धोखाधडी के आरोपित हरेन्द्र पुत्र राजबहादुर निवासी ओल थाना फरह, मथुरा व मोहित पुत्र बहोरन सिंह निवासी ग्राम मऊपुर-भाउपुर थाना पालीमुकीमपुर, अलीगढ़ को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट के आदेश पर दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। वकौल विवेचक अन्य आरोपितों की भी तलाश की जा रही है।
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