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स्कूलों में व्यायाम शिक्षक नहीं हैं। जीआईसी पटेलनगर में 600 बच्चे हैं लेकिन व्यायाम के शिक्षक नहीं है। जिन स्कूलों में व्यायाम शिक्षक हैं, उनकी डयूटी बीएलओ में लगी है। बच्चे खेलना चाहते हैं, लेकिन उन्हें सिखाएगा कौन?
जवाब: यह शिक्षा विभाग का विषय है। मेरा इस विषय पर कमेंट करना सही नहीं है। शिक्षकों की नियुक्ति क्यों नहीं हो रही है, इस विषय पर शिक्षा विभाग ही बता सकता है।
सवाल: शिक्षा विभाग की टीम के साथ विभिन्न प्रतियोगिताओं में जो कोच जाते हैं, उसमें किसी अन्य विधा का कोच नहीं जा सकता है?
जवाब: खेल विभाग में इस तरह की कोई जानकारी सामने नहीं आई है। इसके अलावा राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय लेवल की प्रतियोगिता होती हैं या कोई फेडरेशन प्रतियोगिता करवाता है, ऐसे में कौन कोच जाएगा, इस बारे में निर्णय संबंधित फेडरेशन ही करता है। यह निर्णय खेल विभाग का नहीं होता है।
सवाल , ऋषभ रावत, नेशनल खिलाड़ी
नेशनल खेलो इंडिया विंटर में मैंने गोल्ड, सिल्वर और कांस्य पदक जीता है, लेकिन सरकार की ओर से हमें कुछ नहीं मिला। इसके अलावा जब हम खेलो इंडिया के लिए गए तो अपने खर्च पर गए थे। हमें रहने की जगह तक नहीं मिल पाई थी, सर्दी में हम भटक रहे थे, ऐसा क्यों हुआ?
जवाब: नेशनल खेलो इंडिया विंटर प्रतियोगिता में राज्य सरकार की ओर से कोई टीम नहीं भेजी गई थी। आपको एसोसिएशन की ओर से भेजा गया था। नई खेल नीति 2021 के तहत जो शासनादेश जारी हुआ है, उसमें खेलो इंडिया को जोड़ा गया है। इसके लिए विजेताओं को धनराशि देने का प्रस्ताव है, लेकिन यह धनराशि तुरंत देनी है यह प्रावधान नहीं है। आवेदन के बाद धनराशि दी जाएगी। जिस एसोसिएशन ने आपको भेजा था, उसने खेल विभाग को इस बारे में नहीं बताया था।
खेलेगा दून तो खिलेगा दून थीम पर आयोजित संवाद कार्यक्रम में भारतीय बास्केटबॉल टीम के कप्तान विशेष भृगवंशी, बेसबॉल संघ के सचिव डीएम लखेड़ा, खेल विभाग के संयुक्त निदेशक धर्मेंद्र भट्ट, प्राचार्य महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कालेज राजेश ममगाई, युवा कल्याण विभाग के सहायक निदेशक नीरज गुप्ता, कोच बीएन अग्रवाल, डा.टीएन जौहर, डा.जेएस सचान, उत्तराखंड मास्टर स्पोटर्स एसोसिएशन के बीपी सुनवार, बॉक्सिंग कोच धीरेंद्र सिंह, धीरज जंगपांगी, केबी गुरुंग, धीरज, महिपाल सिंह मिया, ऋषभ रावत, जगदीश सिंह, शैलेंद्र सनवाल आदि मौजूद रहे।
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