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एएमयू विश्वविद्यालय
– फोटो : फाइल फोटो
विस्तार
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के आधा दर्जन छात्रों ने हिंदू होने के चलते हॉस्टल में कमरा आवंटित न करने का आरोप लगाया है। मामले में छात्रों ने जिलाधिकारी से शिकायत की। जिलाधिकारी के निर्देश पर एडीएम सिटी ने प्रकरण को सुना और प्रशासनिक स्तर से नियमानुसार उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। भाजपा एमएलसी मानवेंद्र प्रताप सिंह ने इस मामले में एचआरडी मंत्रालय से शिकायत कर कार्रवाई कराने का भरोसा दिलाया है। इधर, विश्वविद्यालय प्रशासन ने आरोप को बेबुनियाद बताया है।
राजस्थान के छात्र इंद्राज विश्नोई ने बताया कि वह और उसके अन्य साथी एएमयू में एमएससी कृषि द्वितीय वर्ष के छात्र हैं। सभी ने अपने प्रवेश के समय हॉस्टल फीस जमा कर दी थी, लेकिन आज तक उन्हें कमरा आवंटित नहीं किया गया। इस समस्या को लेकर विश्वविद्यालय के अधिकारियों और हॉल के प्रोवोस्ट से मिले, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। कई जूनियर व उनके साथ पढ़ने वाले छात्रों को कमरे आवंटित कर दिए गए हैं। छात्रों ने कहा कि इस संबंध में पीएमओ को भी पत्र लिख चुके हैं। अब जिलाधिकारी से शिकायत की है।
इस संबंध में प्रॉक्टर प्रो. मोहम्मद वसीम अली ने कहा कि विश्वविद्यालय में धर्म के आधार पर भेदभाव का आरोप गलत है। विश्वविद्यालय में एक समुदाय है, जो छात्र समुदाय है। इस समुदाय में कोई भेदभाव नहीं माना जाता है। उन्हें भी जानकारी हुई है कि कुछ छात्र शिकायत लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे हैं।
उन्होंने कहा कि अगर छात्रों को कोई समस्या थी, तो वह डीएसडब्ल्यू से जाकर मिलते या उनसे मिलकर अपनी शिकायत करते। छात्रों की तरफ से कोई शिकायत मिलती है, तो जांच कराई जाएगी। शिकायत सही पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी। केवल प्रतीक्षारत और वरिष्ठता के आधार पर हॉस्टल में कमरा आवंटित किए जाते हैं।
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