Badrinath: धाम में 12 साधु-संतों को मिली निवास की अनुमति, 19 नवंबर को शीतकाल के लिए कर दिए गए कपाट

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बदरीनाथ में बर्फबारी

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– फोटो : अमर उजाला

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जोशीमठ तहसील प्रशासन ने अभी तक 12 साधु-संतों को शीतकाल में बदरीनाथ धाम में निवास करने की अनुमति दी है। इस दौरा साधु-संत धाम में तपस्या करते हैं। प्रशासन की अनुमति के बाद ही साधुओं को धाम में रहने की अनुमति दी जाती है।

इस बार बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए थे। जोशीमठ तहसील प्रशासन को 33 साधु-संतों ने धाम में तपस्या करने के लिए आवेदन किया था। इनमें से 12 साधु-संतों की मेडिकल व आवेदन की रिपोर्ट सही पाए जाने पर धाम में रहने की अनुमति दी गई है।

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जोशीमठ की एसडीएम कुमकुम जोशी ने बताया कि मेडिकल और अन्य दस्तावेजों की गहनता से जांच के उपरांत अभी तक 12 साधु संतों को धाम में रहने की अनुमति दी गई है। अन्य आवदेनों की भी जांच की जा रही है।

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जोशीमठ तहसील प्रशासन ने अभी तक 12 साधु-संतों को शीतकाल में बदरीनाथ धाम में निवास करने की अनुमति दी है। इस दौरा साधु-संत धाम में तपस्या करते हैं। प्रशासन की अनुमति के बाद ही साधुओं को धाम में रहने की अनुमति दी जाती है।

इस बार बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए थे। जोशीमठ तहसील प्रशासन को 33 साधु-संतों ने धाम में तपस्या करने के लिए आवेदन किया था। इनमें से 12 साधु-संतों की मेडिकल व आवेदन की रिपोर्ट सही पाए जाने पर धाम में रहने की अनुमति दी गई है।

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जोशीमठ की एसडीएम कुमकुम जोशी ने बताया कि मेडिकल और अन्य दस्तावेजों की गहनता से जांच के उपरांत अभी तक 12 साधु संतों को धाम में रहने की अनुमति दी गई है। अन्य आवदेनों की भी जांच की जा रही है।



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