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बागपत के सिसाना मार्ग पर भिड़ते छुट्टा गोवंश
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बागपत में छुट्टा गोवंश जहां सड़कों पर घूम रहे है, वहीं खेतों में फसल बर्बाद कर रहे हैं। छुट्टा गोवंशों से फसलों को बचाने के लिए किसान दिनरात खेतों में फसल की रखवाली कर रहे हैं। वहीं बाजारों में भी घूम रहे गोवंश कई लोगों को टक्कर मारकर घायल कर चुके हैं।
जिले में छुट्टा गोवंशोंं के संरक्षण के के लिए शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में 21 अस्थाई गोशालाएं, दो वृहद गोसंरक्षण केंद्र खोले गए हैं। इनमें करीब 3779 गोवंश रखवाए गए हैं, जबकि 971 गोवंश मुख्यमंत्री सहभागिता योजना के तहत लोगों को दिए गए हैं। गोशालाओं में पकड़कर भेजे गए गोवंशों में अभी तक 256 की मौत हो चुकी है।
शहरी क्षेत्र की सात गोशालाओं में नगर पालिका व नगर पंचायतों की तरफ से चारा के लिए बजट खर्च किया जाता है तो गांवों की 14 गोशालाओं व दो वृहद गोसंरक्षण केंद्र में पशुपालन विभाग की तरफ से 30 रुपये प्रति पशु के हिसाब से चारे के लिए बजट खर्च किया जाता है।
इसके बावजूद एक हजार से ज्यादा गोवंश अभी सड़कों से लेकर खेतों में घूमते रहते हैं। यह गोवंश खेतों में खड़ी फसल को बर्बाद कर रहे है तो सड़कों पर लोगों को टक्कर मारकर घायल कर रहे है। उधर, गोवंशों को गोशाला में भिजवाने की मांग को लेकर लोगों ने अधिकारियों से भी शिकायत की, लेकिन अधिकारियों ने कार्रवाई नहीं की और लोगों को छुट्टा गोवंशों से निजात नहीं मिल पाई।
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