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सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : फाइल फोटो
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बरेली के शाही-शीशगढ़ में महिलाओं की हत्याओं के खुलासे में नाकाम पुलिस की चुनौतियां कम नहीं हो रही हैं। रोजाना तफ्तीश की दिशा बदल रही है। एक तरफ सिरफिरों में कातिल ढूंढा जा रहा है तो दूसरी तरफ हर कत्ल की अलग-अलग वजह तलाशी जा रही है। अनसुलझे तीन महिलाओं की हत्याओं के खुलासों को लेकर गुत्थी ज्यादा उलझी हुई है। खुलासे लायक आधार बनाने और कड़ियां जोड़ने में पसीना छूट रहा है।
उर्मिला हत्याकांड : करीबी और बदमाश भी रडार पर
26 नवंबर को शीशगढ़ के गांव जगदीशपुर में उर्मिला का कत्ल हुआ था और गला कसकर हत्या की बात सामने आई थी। गन्ने के खेत में तीन फुट अंदर चूड़ियां और दस फुट अंदर शव भी रात के वक्त परिजनों को ही पड़ा मिला था। शव से कुंडल गायब थे। इसे लेकर परिजनों ने पड़ोसी गांव के जुआरियों पर शक जताया।
पुलिस ने उन दिनों में गांव से गायब अपराधियों को भी खोजकर पड़ताल की, लेकिन खुलासे लायक आधार नहीं मिला। ऐसे में मोबाइल लोकेशन व कुछ और बिंदु पर करीबियों को लेकर भी पड़ताल हो रही है। हड्डियां बुरी तरह टूटी होने की पुष्टि से लूट के लिए हत्या का तथ्य भी मजबूत लग रहा है।
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