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Bharat Jodo Yatra: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में दलित आइकॉन के झंडे लेकर पहुंचे बच्चे
– फोटो : Amar Ujala
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राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) दूसरे चरण में प्रवेश कर चुकी है। उत्तर प्रदेश के लोनी में यात्रा के प्रवेश करने के समय इसमें बड़ी संख्या में दलित समुदाय के लोग शामिल हुए। उनके हाथों में आंबेडकर और कांशीराम के झंडे और पोस्टर लहरा रहे थे। दलित युवा यात्रा में आंबेडकर और कांशीराम के जयकारे भी लगा रहे थे। इसे दलित मतदाताओं के एक बार फिर कांग्रेस की ओर लौटने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। राजनीतिक विशेषज्ञ इसे मल्लिकार्जुन खरगे को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने के एक परिणाम के तौर पर देख रहे हैं।
कांग्रेस सरकारें लाईं दलितों के जीवन में बदलाव
मल्लिकार्जुन खरगे को एक चुनाव प्रक्रिया के जरिए कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया था। दलित समुदाय का होने के कारण इसे कांग्रेस का एक बड़ा राजनीतिक संदेश माना गया था और कहा जा रहा था कि खरगे के पार्टी अध्यक्ष बन जाने से पार्टी दलित मतदाताओं के बीच मजबूत हो सकती है। कांग्रेस ने जिस तरह हिमाचल प्रदेश का विधानसभा चुनाव जीता और दिल्ली नगर निगम चुनावों में मजबूत हुई, उससे यह माना जा रहा है कि पार्टी अपने पारंपरिक मतदाताओं के बीच एक बार फिर लोकप्रिय हो रही है।
भारत जोड़ो यात्रा में पहुंचे गाजियाबाद के मतिराम चौधरी ने अमर उजाला से कहा कि देश में दलितों के उद्धार के लिए तीन प्रमुख लोगों ने काम किया। महात्मा गांधी, आंबेडकर और कांशीराम ने दलितों की भलाई के लिए बहुत काम किया। लेकिन एक पार्टी के तौर पर कांग्रेस ने दलितों के जीवन में बदलाव के लिए बहुत काम किया और आज दलितों के जीवन में जो बदलाव दिखाई पड़ रहा है, उसका श्रेय कांग्रेस सरकारों के द्वारा शुरू की गई योजनाओं को ही जाता है।
चूंकि, पिछले कुछ समय में दलित मतदाताओं ने अपना रुख दूसरे क्षेत्रीय दलों की ओर कर लिया था, इससे कांग्रेस कुछ कमजोर हो गई थी। लेकिन जिस तरह दलित मतदाताओं ने एक बार फिर कांग्रेस की ओर रुख किया है, और मुस्लिम मतदाता भी कांग्रेस की ओर लौटते दिखाई पड़ रहे हैं, इससे पार्टी दोबारा मजबूत हो सकती है।
दलित फैक्टर यहां होगा कारगर
इस वर्ष देश के दस महत्वपूर्ण राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसमें मल्लिकार्जुन खरगे का गृहराज्य कर्नाटक और राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ शामिल हैं। इन सभी राज्यों में दलित मतदाता भारी संख्या में रहते हैं। यदि कांग्रेस इसी तरह दलित मतदाताओं को अपने साथ जोड़ने में कामयाब रहती है तो उसे इसका बड़ा लाभ मिल सकता है।
इसलिए राहुल के साथ
भारत जोड़ो यात्रा में राहुल को समर्थन देने पहुंची गीता पासवान ने कहा कि वे राहुल गांधी के द्वारा उठाए जा रहे मुद्दों को सही समझती हैं। राहुल गांधी युवाओं में बेरोजगारी और महंगाई का मुद्दा उठा रहे हैं। वे सरकार की आर्थिक नीतियों पर करारा प्रहार कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार विभिन्न संस्थाओं को अपने कब्जे में करने की कोशिश कर रही है, जबकि राहुल गांधी सभी वर्गों को एक साथ लाने और संस्थाओं को मजबूती देने की बात कर रहे हैं। यही कारण है कि वे राहुल गांधी के साथ हैं।
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