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Bharat Jodo Yatra- Rahul Gandhi at Marghat Hanuman Temple
– फोटो : Agency
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दिल्ली में मरघट वाले हनुमानजी के दर्शन करने के साथ ही राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) का दूसरा चरण शुरू हो गया। यात्रा में उनके साथ हजारों लोगों की भीड़ चल रही है। इसमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आम लोग भी शामिल हैं। दूसरे चरण की यात्रा की शुरुआत हनुमानजी के दर्शन के साथ कर राहुल गांधी ने अपने साथ हिंदू जनसमुदाय को जोड़ने की कोशिश की है। भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत से ही राहुल गांधी बीच-बीच में मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे और चर्च में जाकर विभिन्न धर्मों के गुरुओं से मुलाकात कर रहे हैं। वे भारत को जोड़ने के लिए सभी धर्मों के लोगों को साथ आने की अपील करते रहे हैं। आज भी मंदिर और गुरुद्वारे का दर्शन कर उन्होंने यही संदेश देने की कोशिश की है।
भाजपा राहुल गांधी और कांग्रेस पर हिंदू हितों की उपेक्षा करने के आरोप लगाती रही है। उसके इन आरोपों के जवाब में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी लगातार मंदिरों के दर्शन करने जाते रहे हैं। इंदिरा गांधी भी मंदिरों के दर्शन करती रहीं थीं और संतों का आशीर्वाद भी लेती रही थीं। कांग्रेस हमेशा इस स्टैंड पर कायम रही है कि वह किसी धर्म विशेष को प्राथमिकता नहीं देती, लेकिन वह सभी धर्मों का सम्मान करती है। पार्टी ने कई बार यह भी स्पष्ट किया है कि उसे अपनी धर्मनिरपेक्षता के लिए और हिंदुओं को साथ लेकर चलने के लिए भाजपा के प्रमाणपत्र की आवश्यकता नहीं है।
लेकिन विभिन्न चुनाव परिणाम इस बात को बताते हैं कि भाजपा अपने उद्देश्य में कामयाब रही है और कांग्रेस की हिंदू मतदाताओं से दूरी बढ़ी है। माना जाता है कि हिंदू मंदिरों के दर्शन कर राहुल इसी कमी को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, मतदाताओं की दूरी कई अन्य कारणों का परिणाम भी मानी जा सकती है।
दिल्ली में हनुमानजी के नाम पर हुई राजनीति ने अरविंद केजरीवाल को संजीवनी प्रदान की है। जब भाजपा ने उन पर हिंदू हितों के विरोध की राजनीति करने का आरोप लगाया, हनुमान शोभा यात्राओं पर अनुचित भेदभाव करने का आरोप लगाया, आम आदमी पार्टी नेता जगह-जगह हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे। इससे वह भाजपा का राजनीतिक हमला नाकाम करने में सफल रही।
अब राहुल गांधी ने दिल्ली के प्रसिद्ध और सिद्ध माने जाने वाले हनुमानजी के दर्शन कर अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत कर दी है। यात्रा के शुरुआत के ठीक एक दिन पहले उन्हें अयोध्या के राममंदिर के प्रमुख संत का आशीर्वाद भी मिल गया है। उन्हें हनुमानजी की कितनी कृपा प्राप्त होगी, और क्या हनुमानजी की बूटी से कांग्रेस लक्ष्मण की तरह पुनर्जीवित होगी, इसका पता इस साल होने वाले दस राज्यों के विधानसभा चुनावों और 2024 के लोकसभा चुनावों के परिणाम सामने आने के बाद ही पता चल पाएगा।
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