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जापानी तकनीक से तैयार उत्पाद
– फोटो : सोशल मीडिया
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बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के दृश्य कला संकाय में छात्र-छात्राओं ने जापानी तकनीक से मूर्ति बनाने का हुनर सीखा। दो सप्ताह की राकू एक्सपेरिमेंट स्कल्पचर वर्कशॉप में छात्र-छात्राओं को विशेषज्ञों ने मूर्ति और बर्तन बनाने का प्रशिक्षण लिया। छह छात्राओं समेत 50 लोगों की टीम ने 14 दिनों में 50 अधिक मूर्तियों को तैयार किया। सोमवार को संकाय में मूर्ति और बर्तनों की प्रदर्शनी भी लगाई गई।
कार्यशाला के संयोजक डॉ. अमरेश कुमार ने बताया कि राकू एक्सपेरिमेंट स्कल्पचर वर्कशॉप में जापानी तकनीक से मूर्तियां और बर्तन बनाने का हुनर छात्र-छात्राओं ने सीखा। डॉ. साहब राम तुडू ने बताया कि सिरामिक बर्तन और मूर्तियों को तैयार करने के बाद उनको आग पर पकाया जाता है। इसके बाद आग और घास-फूस क साथ रखकर उन्हें प्राकृतिक रंग व चमक दी जाती है।
सबसे खास बात है कि इसमें किसी भी मशीनरी का इस्तेमाल नहीं होता है। मूर्ति और बर्तन निर्माण के लिए सिरामिक तैयार करने से लेकर इनको बनाने तक सारे काम हाथ से किया जाता है। दृश्यकला संकाय में लगाई गई बर्तन और मूर्तियों की कलाकारी देखकर हर किसी ने इसकी सराहना की।
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