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काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू)
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के हिंदी विभाग में पांच शोध छात्रों का निष्कासन निरस्त कर दिया गया है। छात्रों के विरोध प्रदर्शन के कारण विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपना निर्णय वापस लिया है। इसके साथ ही 20 दिनों से चल रहा प्रवेश निरस्तीकरण का गतिरोध भी समाप्त हो गया।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी पांच शोध छात्रों को प्रवेश बहाली की सूचना उनके व्यक्तिगत ई मेल पर दे दी है। गुरुवार को हिंदी विभाग के धरनारत छात्रों को जैसे ही सूचना मिली कि पांच शोध छात्रों के प्रवेश निरस्तीकरण खत्म कर दिया गया है तो हर्ष जताया। छात्रों ने कहा कि यह सत्य की जीत है। छात्रों ने बताया कि इस मामले में पूरी तरह से विश्वविद्यालय प्रशासन जिम्मेदार था।
छात्र समुदाय के लिए यह जीत एक नजीर के तौर पर पेश की जाएगी। इसके साथ ही छात्रों ने कहा कि अब विभाग पिछले सात महीनों से लंबित हमारी डीआरसी, छात्रावास आवंटन और अन्य प्रक्रियाओं को जल्द से जल्द पूरा कराए।
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