[ad_1]

आरसीपी सिंह ने अयोध्या के लिए लवकुश रथ यात्रा को किया रवाना
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
मीडिया से मुखातिब होते हुए आरसीपी सिंह ने तेज प्रताप के सपनों में भगवान राम के आने के बयान पर कहा कि तेज प्रताप जी के सपनों में भगवान राम ने दर्शन दिए, इसके लिए हम उन्हें धन्यवाद देते हैं कि भगवान ने उन्हें आशीर्वाद दिया है। लेकिन वह जो दूसरी बात कह रहे हैं वह अपने माता-पिता से पूछ कर कह रहे हैं। वह अपने मन की बात नहीं कह रहें हैं।
500 वर्षों के काल में फिर से मंदिर की स्थापना हो गई है। मंदिर का निर्माण हो गया है। भगवान की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। सरयू तट पर रामलला 22 तारीख को पूरी तरह से विराजमान हो जाएंगे। यह हवा में नहीं है, बल्कि पूरी तरह से जमीन में पर है और पूरे देश दुनिया की जो हवा है वह भारतीयता से भारत की राष्ट्रीयता से प्रभावित हो रही है।
नीतीश कुमार पर कसा तंज
आने वाले समय में बिहार में उथल-पुथल के सवाल पर आरसीपी सिंह ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री आज किस स्थिति में है। महागठबंधन के साथ में चले गए, इसके बाद उनका पूरा का पूरा स्वास्थ्य चौपट हो गया। बिहार में कोई शासन प्रशासन नाम की चीज नहीं रह गई है। आपस में तालमेल नहीं, बल्कि इन लोगों के बीच घालमेल है। नीतीश बाबू प्रधानमंत्री बनना चाह रहे थे, संरक्षक भी नहीं बन पाए। उपमुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री बनना चाह रहे हैं वह भी नहीं बन पा रहे हैं। दोनों तनाव में चल रहे हैं और इससे क्या प्रदेश का विकास हो सकता है।
22 जनवरी को हो छुट्टी
आरसीपी सिंह ने कहा कि लव कुश रथ यात्रा से लोगों के बीच भाईचारे का पैगाम दिया गया। मैं बिहार सरकार से अनुरोध करना चाहता हूं कि 22 जनवरी को सभी कार्यालय, विद्यालय एवं कॉलेज में छुट्टी कर दी जाए, ताकि भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को टेलीविजन के माध्यम से बिहार के सभी नागरिक देख सके और एक सुखद अनुभूति कर सके।
500 वर्षों के गुलामी के बाद प्राण प्रतिष्ठा
लव कुश रथ यात्रा के संरक्षक जेपी वर्मा ने कहा की यह रथ विभिन्न जिलों से होते हुए आज राजगीर पहुंची है। यह लव कुश रथ यात्रा भगवान राम के हम लोग वंशज हैं। 500 वर्षों के गुलामी के बाद उनकी प्राण प्रतिष्ठा हो रही है। हमारे समाज के लोगों के लिए इससे ज्यादा खुशी की बात हो नहीं सकती है।
[ad_2]
Source link