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सड़क जाम कर प्रदर्शन करते विद्यार्थी
– फोटो : अमर उजाला
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बिहार के सुपौल जिले के छातापुर प्रखंड के माधोपुर पंचायत में शुक्रवार को नई नामांकन प्रक्रिया से जुड़ी समस्याओं को लेकर गुस्साए छात्र-छात्राओं ने जमकर बवाल मचाया। विद्यार्थियों ने इस दौरान करीब एक घंटे तक जदिया-भीमपुर एसएच 91 को जाम कर नारेबाजी की। हालांकि बाद में छातापुर थानाध्यक्ष शिवशंकर द्वारा समझा-बुझा कर जाम हटवाया गया। गौरतलब है कि छात्र-छात्रा पड़ोस के हाई स्कूल के बजाय दूर के स्कूल में नामांकन कराने की बाध्यता से नाराज हैं।
दरअसल, नौवीं कक्षा में छात्र-छात्राओं के नामांकन के लिए शिक्षा विभाग ने संबंधित पंचायत में ही अवस्थित हाई स्कूलों को टैग किया है। साथ ही चिह्नित मध्य विद्यालयों से आठवीं उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं का नामांकन टैग किए गए हाई स्कूलों में ही अनिवार्य कर दिया गया है।
प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं का कहना है कि उन्होंने मध्य विद्यालय रामपुर से आठवीं की कक्षा पास की है। अब नजदीक के ही कबीर कृपानाथ उच्च माध्यमिक विद्यालय हरिहरपुर में अपना नामांकन कराना चाहते हैं। लेकिन जरूरी दस्तावेज के साथ नामांकन के लिए स्कूल पहुंचने पर बताया जा रहा कि विद्यालय माधोपुर पंचायत में अवस्थित रहने के कारण यहां उनका नामांकन नहीं हो सकता है। छात्र-छात्राओं को रामपुर पंचायत के ही उच्च विद्यालय नन्ही टोला में नामांकन कराने की सलाह दी जा रही है।

छात्र-छात्राओं का कहना है कि उच्च विद्यालय नन्ही टोला उनके घर से पांच किलोमीटर दूर है। वहां पहुंचने के लिए सुरसर नदी पार करके जाना होगा। जबकि उच्च माध्यमिक विद्यालय हरिहरपुर से उनके घर की दूरी महज पांच सौ मीटर है।
इधर, जाम की सूचना पर छातापुर अंचलाधिकारी राकेश कुमार और थानाध्यक्ष शिव शंकर कुमार मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने शिक्षा विभाग से समन्वय स्थापित कर शीघ्र छात्र-छात्राओं की समस्या का निदान सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया। उसके बाद ही सड़क जाम को हटवाया जा सका।
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