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नाबालिग लड़की को बालिका संरक्षण गृह भेजा गया
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
बिहार के दरभंगा जिले के जाले थाना क्षेत्र के बिहारी गांव में एक नाबालिग लड़की की शादी कराई जा रही थी। लेकिन सूचना मिलते ही स्थानीय जाले थाना पुलिस ने हरकत में आकर शादी को रुकवा दिया। फिर पुलिस नाबालिग लड़की सहित विवाह में शामिल उसके माता-पिता और विवाह करने वैशाली से आए दूल्हे को अपने संरक्षण में लेकर थाना पहुंच गई।
मां-बाप और दूल्हे से हो रही पूछताछ
जानकारी के मुताबिक, जिस किशोरी की शादी कराई जा रही थी उसकी उम्र 14 साल है। जबकि उससे शादी करने आए दूल्हे की उम्र 35 साल है। नाबालिग लड़की ने इस शादी का विरोध करते हुए ग्रामीणों से सहयोग मांगा। इसके बाद ग्रामीणों ने चुपके से दूल्हा और दुल्हन का फोटो खींच लिया। फिर इस मामले की जानकारी प्रखंड के बीडीओ दीनबंधु दिवाकर और थानाध्यक्ष प्रियंका कुमारी को दी गई।
सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने तत्काल इस शादी को रुकवा दिया। फिर लड़की और लड़का सहित परिजन को थाने पर लाकर पूछताछ शुरू कर दी। वहीं, नाबालिग लड़की को बाल समिति के निर्देशानुसार जाले थाना पुलिस ने बच्ची को पुलिस अभिरक्षा में मधुबनी स्थित बालिका संरक्षण गृह भेज दिया है।
उम्र को लेकर कोई प्रमाण नहीं आया सामने
जाले थाना पुलिस इस मामले में बच्ची के माता-पिता और वैशाली जिले से शादी करने आए दूल्हे से पूछताछ कर रही है। साथ ही वरीय पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ बाल कल्याण समिति के निर्देश की प्रतीक्षा कर रही है। वहीं, दूसरी ओर नाबालिग लड़की और उसके माता-पिता ने अभी तक उम्र संबंधी कोई दस्तावेज तथा शैक्षणिक प्रमाणपत्र उपलब्ध नहीं करवाए हैं। लेकिन लड़की ने खुद अपनी उम्र 14 साल बताई है। वहीं, उसके तथाकथित पति ने भी अभी तक अपनी उम्र और निवास संबंधी कोई दस्तावेज पुलिस या मानवाधिकार इमरजेंसी हेल्पलाइन को उपलब्ध नहीं करवाया है।
‘कहीं और ले जाकर किया गया विवाह’
जाले प्रखंड बीडीओ सह प्रखंड बाल संरक्षण समिति के अध्यक्ष दीनबंधु दिवाकर के सामने बच्ची और उसके माता-पिता का बयान दर्ज करवाया गया। दर्ज बयान में कहा गया कि परिजन विवाह करने की तैयारी कर रहे थे। इस दौरान पड़ोसियों ने फोटो खींचकर उसे वायरल कर दिया।
वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि 14 साल की किशोरी का विवाह लगभग 35 वर्षीय व्यक्ति के साथ करने की तैयारी की जा रही थी, जिसका प्रतिकार किया गया। किशोरी के माता-पिता उसे अन्यत्र ले गए और विवाह कर दिया। विवाह करने वाले व्यक्ति की पहचान वैशाली जिले के महुआ थाने क्षेत्र के बावनघाट निवासी बिपिन कुमार राय के रूप में हुई है।
‘विवाह के बहाने बाल व्यापार का था प्रयास’
मानवाधिकार इमरजेंसी हेल्पलाइन एसोसिएशन का मानना है कि किशोरी के साथ विवाह के बहाने बाल व्यापार का प्रयास था। मानवाधिकार इमरजेंसी हेल्पलाइन एसोसिएशन, दरभंगा की महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष उषा सिंह ने थाना परिसर में बच्ची की काउंसलिंग कर उसे पढ़ने के प्रति प्रेरित किया। उषा सिंह ने बताया कि बच्ची पढ़ाई करना चाहती है। इसलिए उसे बाल कल्याण समिति के समक्ष वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए उपस्थापित किया गया। समिति के निर्देशानुसार जाले थाना पुलिस ने बच्ची को मंगलवार को पुलिस अभिरक्षा में मधुबनी स्थित बालिका संरक्षण गृह भेज दिया।
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