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अस्पताल में भर्ती डायरिया के मरीज
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
बिहार के मधेपुरा जिले के कुमारखंड प्रखंड अंतर्गत रहटा गांव के वार्ड संख्या 1 में बीते एक सप्ताह से डायरिया का कहर जारी है। इस वजह से अब तक चार लोगों की मौत हो गई है। जबकि चार लोगों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। इन मरीजों का इलाज मधेपुरा सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में चल रहा है। घटना के बाद से इलाके में हड़कंप मच गया है। सूचना पाते ही मौके पर पहुंची कुमारखंड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से मेडिकल टीम के द्वारा लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है।
एक ही परिवार के तीन लोगों की हुई मौत
घटना के संबंध में मृतकों के परिजनों ने बताया कि डायरिया की चपेट में आने से एक ही परिवार के तीन लोग की मौत हो गई है। जबकि पड़ोस के एक अन्य व्यक्ति की भी मृत्यु हुई है। वहीं, गंभीर स्थिति में डायरिया से पीड़ित चार लोगों का इलाज मधेपुरा सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहीं, मरने वाले मरीजों में रीता देवी, दिलीप कुमार, रौशन कुमार और बिहारी यादव शामिल हैं।
रास्ता न होने से गांव में ही दम तोड़ देते हैं मरीज
अहम बात तो यह है कि गांव में आने-जाने की कोई सुविधा नहीं है। इस मामले में स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि करीब साढ़े चार सौ लोगों से अधिक की आबादी वाले इस गांव में अब तक मुकम्मल रास्ते का प्रबंध नहीं किया गया है। बगल में सुरसर नदी है। लेकिन वहां नाव की व्यवस्था न होने की वजह से मरीजों का समय पर अस्पताल भी पहुंच पाना मुश्किल है। इस वजह से मरीज गांव में ही दम तोड़ देते हैं। ग्रामीण और पीड़ित परिजनों की मानें तो पिछले 10 दिनों से डायरिया का कहर जारी है। आज मेडिकल टीम पहुंची है।
गांव की स्थिति भयावह
लेकिन मेडिकल टीम में शामिल चिकित्सक डॉक्टर इम्तियाज अहमद ने बताया कि पिछले तीन दिनों से मेडिकल टीम गांव में कैंप कर मरीजों का इलाज कर रही है। कुछ लोगों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल तो कुछ लोगों का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। स्थिति सामान्य है। हालांकि, चिकित्सक जो कहें बहरहाल गांव में स्थिति काफी भयावह है।
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