Bihar: मोतिहारी में बंगरी नदी का दक्षिणी तटबंध दो जगह टूटा; रिहायसी इलाके में घुसा पानी, फसल बर्बादी की आशंका

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Southern embankment of Bangri river in Motihari breached at two places; Water entered residential area

बंगरी नदी का दक्षिणी तटबंध दो जगह से टूटा
– फोटो : अमर उजाला

विस्तार


नेपाल में हो रही लगातार बारिश के बाद मोतिहारी से होकर गुजरने वाली नदियां उफान पर हैं। इसका असर नदियों के तटबंधों पर देखने को मिल रहा है। बंजरिया प्रखंड के फुलवार दक्षिणी पंचायत से गुजरने वाली बंगरी नदी का दक्षिणी तटबंध दो जगहों पर टूट गया। तटबंध टूटने की जानकारी डीएम सौरभ जोरवाल को पता लगी। उसके बाद सदर एसडीओ श्रेष्ठ अनुपम, जल निस्सरण विभाग के कार्यपालक अभियंता, बीडीओ, सीओ मनी वर्मा और थानाध्यक्ष को मौके पर भेज कर रात में ही एक जगह पर टूटे हुए तटबंध का मरम्मत कार्य शुरु करवाया। जबकि दूसरी जगह पर पानी के तेज बहाव के कारण तटबंध का मरम्मत कार्य संभव नहीं हो सका। ग्रामीणों के अनुसार तटबंध पर अभी भी कई जगहों से पानी का रिसाव हो रहा है। इसलिए तटबंध पर अभी खतरा बना हुआ है।

घटना स्थल का मुआयना करने जाते अधिकारी और स्थानीय

कमजोर तटबंध पर ग्रामीणों ने उठाया सवाल

बंजरिया प्रखंड से गुजरने वाली बंगरी नदी का तटबंध फुलवार के पास टूट जाने के बाद ग्रामीण प्रभात कुमार, अजीत सिंह बब्लू ने बताया कि बांध की जर्जर स्थिति के बारे में जल निस्सरण विभाग को पहले ही बताया गया था। नदी में बाढ़ का पानी आने के बाद भी विभाग ने बांध की सुरक्षा का उपाय नहीं किया। उसके कारण बंगरी नदी का बांध टूटा है। अभी भी बांध पर खतरा बना हुआ है, क्योंकि कई जगह से पानी का रिसाव हो रहा है।

तटबंध की मरम्मत कार्य में जुटे कर्मचारी

सदर एसडीओ श्रेष्ठ अनुपम ने बताया कि रात में फुलवार दक्षिणी पंचायत के नगदाहा के पास टूटे बांध की मरम्मत करा दी गई है। अब घबराने की बात नहीं है। दो जगहों पर बांध टूटा है। एक जगह लगभग 12 फीट और एक जगह लगभग 20 फीट टूटा हुआ है। जहां कम दूरी में बांध टूटा है। वहां के तटबंध के मरम्मत का कार्य रात में ही शुरु कर दिया गया। वहीं, दूसरी जगह जहां ज्यादा टूटा हुआ है। वहां पानी का बहाव काफी तेज है। इसलिए उसका मरम्मत कार्य धीरे-धीरे हो रहा है।

बाढ़ के पानी से फसल बर्बाद होने की आशंका बढ़ी

फुलवार दक्षिणी पंचायत के नगदाहा के पास बंगरी नदी का दक्षिणी तटबंध टूटने से खेत और रिहायसी इलाको में काफी तेजी से पानी फैल रहा है। इसकी वजह से खेतों में पानी फैलने से फसलों को नुकसान होने की आशंका बढ़ गई है। वहीं, आबादी वाले क्षेत्रों की तरफ पानी तेजी से बढ़ रहा है।

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