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राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग
– फोटो : अमर उजाला
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राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने अधिवक्ता की आंख फोड़े जाने के मामले में एसएसपी मुजफ्फरपुर राकेश कुमार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। पीड़ित अधिवक्ता की ओर से मानवाधिकार अधिवक्ता एसके झा मामले की पैरवी कर रहे हैं। जिले के काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र में जांच के दौरान पुलिस जवान ने डंडा मारकर अधिवक्ता की आंख फोड़ दी थी।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस जवान द्वारा अधिवक्ता की आंख फोड़े जाने के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने एसएसपी मुजफ्फरपुर को नोटिस जारी किया है। NHRC ने सख्त रुख अपनाते हुए मुजफ्फरपुर की पुलिस से सवाल किया है कि अधिवक्ता पर डंडा क्यों चलाया गया और अधिवक्ता की आंख क्यों फोड़ी गई? आयोग के द्वारा पूरे मामले की रिपोर्ट 15 अप्रैल से पहले मांगी गई है।
गौरतलब है कि सात फरवरी को अधिवक्ता पंकज कुमार रात के लगभग 11:40 बजे पटना से अपने आवास मुजफ्फरपुर लौट रहे थे। तब पावर हाउस चौक पर पहले से मौजूद काजी मोहम्मदपुर थाना पुलिसकर्मी वाहन जांच के लिए खड़े थे। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने अधिवक्ता की गाड़ी को रोका। फिर उनसे पूछा गया कि वह कहां से आ रहे हैं? जब तक अधिवक्ता कुछ बोल पाते तब तक पुलिस अधिकारी द्वारा उन्हें गाली देते हुए पुलिसकर्मियों को उन्हें मारने का आदेश दे दिया गया। उसके बाद एक पुलिसकर्मी ने अधिवक्ता पंकज कुमार की आंख में डंडे से वार कर दिया। इस हमले के बाद वह दर्द से कराहते हुए जमीन पर गिर गए। तब सभी पुलिसकर्मी वहां से भाग गए। उसके बाद गंभीर रूप से घायल हुए अधिवक्ता पंकज कुमार का इलाज शंकर नेत्रालय कोलकाता में करवाया गया, लेकिन उनकी एक आंख की रोशनी जा चुकी है। अब तक दो बार सर्जरी हो चुकी है, जबकि एक अन्य सर्जरी मई के अंतिम सप्ताह में होनी है।
वहीं, इस पूरे मामले की जानकारी पीड़ित अधिवक्ता पंकज कुमार ने मानवाधिकार मामलों के अधिवक्ता एसके झा के जरिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, नई दिल्ली और बिहार मानवाधिकार आयोग, पटना को दी थी। उस पर सुनवाई करते हुए अब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग दिल्ली ने एसएसपी मुजफ्फरपुर को तलब किया है।
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