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खड़ा ट्रक सड़क पर अंधेरे के बीच सामने से पड़ी रोशनी में नहीं दिखा।
– फोटो : अमर उजाला
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ठंड का मौसम आ चुका है। कुहासे से मौतों का सिलसिला शुरू होने के पहले बिहार के मुजफ्फरपुर से अंधेरे के कारण मौतों की खबर सामने आयी है। सड़क पर ट्रक खड़ा छोड़ने वालों पर सरकार कोई रोक नहीं लगा पा रही और न सड़कों पर स्ट्रीट लाइट ही लगवा रही है। इन दोनों का नतीजा है कि मुजफ्फरपुर में सोमवार की रात 12 लोगों को लेकर जा रहा टेम्पो ट्रक से टकराया और उसमें सवार 12 में से दो पुरुषों और एक महिला की जान घटनास्थल पर ही जा चुकी है। जिले के फकुली ओपी के बलिया के पास यह घटना हुई। टक्कर में तीन दब गए, बाकी की चीखपुकार से वहां अफरातफरी मच गई। ग्रामीणों की जुटी भीड़ ने पुलिस को सूचना दी, तब घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।
मृतकों में दो पुरुष और एक महिला
ऑटो टेम्पो में 12 लोग सवार थे। तीन तो टक्कर के साथ ही दबकर मर गए। शेष नौ घायलों को इलाज के लिए पीएचसी में भर्ती कराया गया और फिर गंभीर को रेफर किया गया। टेम्पो सवार सभी लोग कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर सोनपुर से गंडकी-गंगा नदी के संगम से स्नान कर लौट रहे थे। सभी सीतामढ़ी जिले के पुनरवारा गांव के रहने वाले बताए गए। घायलों में प्रियंका कुमारी (14), सिंधु देवी (25), अभय राज (47), मुकेश साह (27), नागेश्वर मांझी (60), फूलो देवी और कांति देवी की पहचान सामने आयी है। प्राथमिक उपचार के बाद सभी को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है। प्रियंका गंभीर बताई जा रही है।
सामने से पड़ी लाइट तो नहीं दिखा ट्रक
घायलों ने बताया कि सभी कार्तिक पूर्णिमा पर सोनपुर से गंगा स्नान कर से लौट रहे थे। यह ट्रक सड़क पर ही थोड़ा किनारे खड़ा था। सामने से किसी वाहन की लाइट की वजह से चालक ट्रक को देख नहीं पाया और यह टक्कर हो गई। आगे बैठने वालों में बाएं बैठे दोनों की मौत हो गई। चालक की भी स्थिति गंभीर है। जख्मी में एक को आईसीयू में रखा गया है। बाकी घायलों का इमरजेंसी में इलाज चल रहा है। एसकेएमसीएच ओपी प्रभारी ने बताया कि सीतामढ़ी पुलिस से संपर्क कर जख्मी लोगों के परिजनों को जानकारी दे दी गयी है। सूचना पर पहुंचे ओपी प्रभारी ललन कुमार ने सभी घायलों को इलाज के लिए भेजा।
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