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अस्पताल परिसर में जमा हुआ पानी और गंदगी
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
बिहार के खगड़िया में सदर अस्पताल इस समय कुव्यवस्था से जूझ रहा है। आलम ये है कि अस्पताल के ओपीडी के बाहर कई वर्षों से जल जमाव हो रखा है। उसमें कीड़े-मकोड़े और मच्छर अस्पताल आने वालों को बीमारियों का न्योता दे रहे हैं। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि स्वास्थ्य विभाग अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था के तमाम दावे कर ले, लेकिन हकीकत उससे बिल्कुल अलग है। सोमवार को अमर उजाला ने जब सदर अस्पताल खगड़िया में व्यवस्थाओं का जायजा लिया तो अस्पताल प्रबंधन की पोल खुल गई। अस्पताल के चारों तरफ गंदगी का अंबार है। वहीं, पीने के पानी के लिए भी लोग भटक रहे हैं।
पेय जल की व्यवस्था नहीं
सदर अस्पताल खगड़िया में रोजाना करीब 12 से 15 हजार लोग पहुंचते हैं। अस्पताल की ओपीडी से लेकर इमरजेंसी वार्ड में रोजाना मरीजों की अच्छी खासी भीड़ लगी रहती है। इस गर्मी के मौसम में लोगों को सबसे बड़ी जरूरत पीने की पानी की होती है। बावजूद इसके सदर अस्पताल में पेय जल के लिए लोगों को संकट का सामना करना पड़ रहा है। लोग अस्पताल के बाहर दुकान से बोतल बंद पानी खरीदने को मजबूर हैं। वहीं, अस्पताल प्रबंधन ने इमरजेंसी वार्ड के पास पीने की पानी के नाम पर एक नल लगाया है, जिसका उपयोग न के बराबर होता है।

चारों तरफ गंदगी का बसेरा
सदर अस्पताल में जल निकासी की समस्या वर्षों से बनी हुई है। इस वजह से पूरे अस्पताल भवन के चारों तरफ नाले का पानी जमा हुआ है, जिसमें कीड़े-मकोड़े और मच्छर पनपते रहते हैं। ऐसे में अस्पताल आने वाले मरीज और उनके परिजनों में बीमारियों का खतरा बना हुआ है। लेकिन अस्पताल प्रबंधन की ओर से इसके लिए कोई मुकम्मल इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं।
वहीं, इस मामले को लेकर सदर अस्पताल प्रबंधक प्रणव कुमार ने बताया कि जल निकासी नहीं होने के कारण जल जमाव की समस्या बनी हुई है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में इमरजेंसी के पास पेयजल का स्थान बनाया गया है। लोग पानी खरीद कर पीने के बजाय इस पानी का उपयोग कर सकते हैं। बहरहाल प्रबंधक का दावा एक तरफ है, लेकिन हकीकत यह है कि जिस स्थान पर पेयजल होने की बात की जा रही है, वहां इमरजेंसी वार्ड होने के कारण स्वास्थ्य कर्मी अपने हाथ धोते हैं।
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