Bihar: सांसद कौशलेंद्र बोले- भगवान के नाम पर नहीं मिलेगा वोट, चुनाव आते ही कुछ लोग आराधना में जुट जाते हैं

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Bihar MP Kaushalendra Kumar says Vote will not be given in the name of God

जननायक कर्पूरी ठाकुर की शताब्दी समारोह को लेकर बैठक
– फोटो : अमर उजाला

विस्तार


आगामी 24 जनवरी को जनता दल यूनाइटेड के द्वारा जननायक कर्पूरी ठाकुर की शताब्दी समारोह राजधानी पटना के वेटरनरी कॉलेज मैदान में मनाया जाएगा। इसे लेकर गुरुवार को शताब्दी समारोह को भव्य और ऐतिहासिक बनाने के लिए जिला जनता दल यूनाइटेड कार्यकारिणी की तैयारी की बैठक बिहार शरीफ के आईएमए हॉल में की गई।

बैठक में नालंदा जिला जनता दल यूनाइटेड के तमाम जनप्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। सांसद, विधायक से लेकर पार्टी के पदाधिकारियों भी शामिल हुए। वहीं, नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि जनता दल यूनाइटेड जननायक कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती 24 जनवरी को मनाने जा रही है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार जी ने आह्वान किया है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता पटना पहुंचे और इस कार्यक्रम को सफल बनाया जाए। इसे लेकर गुरुवार को जिले के कार्यकर्ताओं के साथ तैयारी को लेकर बैठक किया गया है। नालंदा से 35 से 40 हजार कार्यकर्ता पटना पहुंचेंगे।

वहीं, सम्राट चौधरी के वक्तव्य पर की भाजपा की सरकार बनने पर मां जानकी का भव्य मंदिर बनाया जाएगा। इसके जबाब में कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि भगवान राम यूपी में पैदा हुए और माता सीता बिहार में पैदा हुई है। भगवान राम और माता सीता यह इंतजार करेगी कि तुम हमारा मंदिर बनवाओगे, इसलिए हम तुम्हारी सरकार बनाएंगे। भगवान पहले से जान रहे हैं कि जो यहां सरकार चला रहे हैं वह भी और जो नहीं चला रहे हैं वह भी, दोनों उनके अनुयायी हैं।

सांसद ने कहा कि जब-जब चुनाव आता है। कुछ लोग भगवान राम का आराधना शुरू कर देते हैं। भगवान की आराधना करनी चाहिए, लेकिन चुनाव भगवान के नाम पर नहीं लड़ना चाहिए। जनता रिपोर्ट उसे ही देती है, जो उनके लिए काम करती है। ऐसा नहीं है कि भगवान राम का नाम ले लें और वोट मिल जाए। इस बार यूपी में भी सत्ता बदलेगी।

जननायक कर्पूरी ठाकुर की शताब्दी समारोह के आयोजन के पीछे जनता दल यूनाइटेड का केंद्र सरकार को घेरने की तैयारी है, जिसमें तीन मुख्य बातें निकलकर सामने आई हैं। जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग, राष्ट्रीय स्तर पर जातीय जनगणना कराने की मांग, पिछड़ा अति पिछड़ा की छात्रवृत्ति फिर से चालू किए जाने की मांग शामिल है।

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