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BNMU employees’ strike
– फोटो : Social Media
विस्तार
बीएन मंडल विश्वविद्यालय पूरी तरह से बेपटरी हो गई है। दशहरा से पूर्व लगभग एक सप्ताह तक पीजी शिक्षकों ने वेतन भुगतान को लेकर हड़ताल किया था। इसके बाद विवि मुख्यालय में कार्यरत कर्मचारी भी 37 दिनों से हड़ताल पर है। हड़ताल के कारण पीजी विभागों में नामांकन, आंतरिक परीक्षा सहित अन्य कोई भी काम नहीं हो रहा है।
पीजी फर्स्ट सेमेस्टर में नामांकन के लिए पहली सूची के आधार पर दो बार तिथि जारी की गई, लेकिन कर्मचारियों के हड़ताल के कारण अधिकांश पीजी विभाग में छात्रों का नामांकन नहीं हुआ है। हालांकि, कॉलेजों में नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो गई है। पीजी विभाग में नामांकन नहीं होने से छात्र परेशान है। प्रतिदिन दर्जनों की संख्या में छात्र मूल प्रमाण-पत्र, माइग्रेशन और अन्य कार्यों से विश्वविद्यालय आते हैं, लेकिन उन्हें निराश होकर वापस लौटना पड़ता है।
इधर-उधर बैठ कर समय व्यतीत करते हैं अधिकारी
कर्मचारियों की हड़ताल के कारण कार्यालयों में ताला लटका हुआ है। विश्वविद्यालय के अधिकारी चाय दुकान पर या पेड़ के नीचे बैठ कर समय गुजारते हैं। प्रभारी कुलपति प्रो. राजनाथ यादव 15 दिनों से विश्वविद्यालय नहीं पहुंचे हैं। कुलसचिव विश्वविद्यालय आते हैं तो उन्हें छात्रों के आक्रोश का सामना करना पड़ता है।
बुधवार को दिनभर छात्रों ने विश्वविद्यालय में हंगामा किया। कुलसचिव का घेराव कर समस्या समाधान की मांग की, लेकिन शाम तक कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया। गुरुवार को भी यही स्थिति बनी रही। वहीं दूसरी ओर हड़ताल कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि जितना उनलोगों ने काम किया उसका भुगतान किया जाए। बिना वेतन भुगतान के वे लोग हड़ताल समाप्त नहीं करेंगे।
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