[ad_1]

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
बिहार की राजनीति में अब सबकुछ सामान्य नहीं माना जा सकता है। बिहार में नीतीश कुमार कैबिनेट की बैठक का महज 15 मिनट चलना, उसमें सिर्फ तीन जरूरी प्रस्तावों पर मुहर लगना, मुख्यमंत्री का डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मुखातिब हुए बगैर आगे बढ़ जाना… कुछ भी सामान्य नहीं है। ‘अमर उजाला’ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस मनोभाव की वजह पहले ही सामने ला चुका है। जानने के लिए यहां क्लिक करें। अब जानें कि, आज हुई कैबिनेट बैठक में क्या हुआ और कैसी रही बैठक।
बजट के पहले अंतिम कैबिनेट कहीं…
गुरुवार को कैबिनेट बैठक के आगे-पीछे जो हुआ, उससे कई तरह की चर्चा गरम है। इसकी शुरुआत जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न की घोषणा के बाद ही हो गई थी। ‘अमर उजाला’ ने उसी दिन बताया था कि इसके कारण जदयू पर क्या असर पड़ेगा। बुधवार को यह सब आगे होता हुआ दिखा, जब सीएम ने परिवारवाद पर हमला किया। अब गुरुवार को कैबिनेट की बैठक से पहले लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्या ने सीएम नीतीश कुमार का नाम लिए बगैर एक लगातार तीन हमले किए। मंत्रिमंडल की बैठक में नीतीश कुमार के मनोभावों के पीछे रोहिणी ही वजह थी। गुरुवार को बजट सत्र से पहले मंत्रिमंडल की अंतिम बैठक हुई, लेकिन जिस तरह से हुई- कयास तेज हो गया कि यह इस महागठबंधन सरकार की अंतिम कैबिनेट बैठक न साबित हो।
बैठक में बजट सत्र पर हुई चर्चा
गुरुवार को हुई कैबिनेट की बैठक में तीन प्रस्तावों पर ही मुहर लगी। बजट 2024-25 के अलावा राज्यपाल अभिभाषण और बजट 2023-24 के थर्ड सप्लीमेंट बजट पर लगी मुहर लगी। सुबह 11:30 से 11:45 तक महज 15 मिनट तक बिहार कैबिनेट की इस बैठक में नीतीश कैबिनेट के सभी मंत्री मौजूद थे। मीटिंग के बाद हर बार होने वाली प्रेस ब्रीफिंग को रोक दिया गया। विज्ञप्ति भी नहीं जारी की गई। मुख्यमंत्री के रास्ते में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी थे, लेकिन उनकी ओर मुखातिब नहीं होना भी कयासों को आगे बढ़ाता गया।
[ad_2]
Source link