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मुजफ्फरपुर पुलिस
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
बिहार के मुजफ्फरपुर में न्याय न मिलने पर दुष्कर्म पीड़िता ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की है। फिलहाल उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह पूरा मामला जिले के जजुआर थाना क्षेत्र के एक गांव का है। घटना के बाद से पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है। दरअसल, जिले के निजी अस्पताल में कार्यरत बतौर नर्स को उसपर बुरी नजर रखने वाले स्टाफ ने दरिंदगी का शिकार बनाया था। यही नहीं आरोपी ने अपना मुंह बंद रखने के लिए पीड़िता को न सिर्फ धमकी दी थी। बल्कि विरोध करने पर गांव से निकालने की बात भी कई बार कही गई थी।
मामले में पीड़िता ने बताया कि वह गांव के बाजार के पास एक निजी अस्पताल में बतौर नर्स काम करती थी। पीड़िता ने आरोप लगाया कि बीते एक अप्रैल की दोपहर को अस्पताल में भर्ती एक बच्चे की गंभीर हालत की बात बोलकर स्लाइन बोतल चढ़ाने का बहाना बनाकर अस्पताल के कर्मी ने पहले ऊपर बुलाया। फिर कहा कि तुम मुझे पसंद हो, अब खुश कर दो। वरना जबरन करना हमारी मजबूरी होगी।
पीड़िता ने बताया कि जब मैंने उसका विरोध किया तो उसके बाद हाथापाई की नौबत आ गई। उसके बाद आरोपी ने बेहोशी का इंजेक्शन देकर उससे दरिंदगी की घटना को अंजाम दिया गया। वह एक घंटे तक बेहोश रही। होश में आने के बाद उसने इस मामले की जानकारी परिजनों को दी।
पीड़िता ने बताया कि उसके बाद मामले में समझौते को लेकर एक पंचायत हुई। उस दौरान मुझ पर ही कई बेबुनियाद आरोप लगाकर गांव से बाहर निकालने की धमकी दी गई। अब जब कोई रास्ता नहीं दिखा और न्याय मिलने की आस नहीं दिखी तो थक-हार कर जहर खा लिया और अपनी जान देने का प्रयास किया है।
वहीं, इस पूरे मामले की जानकारी के बाद मौके पर पहुंची जजुआर थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। थाना के SHO रमन राज ने बताया कि जानकारी मिली है कि एक युवती ने विषाक्त पदार्थ का सेवन किया है। जो थाना क्षेत्र के एक प्राइवेट अस्पताल में बतौर नर्स का काम करती थी। उनका यह आरोप है कि अस्पताल के कर्मी ने उससे मारपीट कर और नशा देकर उससे दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। पीड़िता का बयान लिया जा रहा है। मामले में लिखित शिकायत और परिजन से आवेदन मिलने के बाद आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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