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लोजपा(आर) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. अरूण कुमार
– फोटो : अमर उजाला
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की छाती तोड़ने वाला बयान देकर बयानवीर के रूप में लंबे समय तक चर्चा में रहे लोक जनशक्ति पार्टी(रामविलास) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद डॉ. अरूण कुमार ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नरेटी(गला) दबाने संबंधी हालिया आपत्तिजनक बयान को लेकर पटना उच्च न्यायालय में लोकहित याचिका (पीआइएल) दायर करने का ऐलान किया है। उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार धृतराष्ट्र बन गये हैं।
नीतीश कुमार पर पूर्व में दिया था छाती तोड़ने का बयान
डॉ. अरुण कुमार ने शनिवार को अपने प्रेसवार्ता में कहा कि उन्होंने नीतीश कुमार के खिलाफ छाती तोड़ने वाला बयान तब दिया था, जब राज्य में एक जाति विशेष पर जुल्म हो रहा था। उसी संदर्भ में उन्होंने उस वक्त भाजपा के कार्यालय में मुहावरा के भाव में कहा था कि हमलोग हाथ पर हाथ रख कर बैठने वाले नहीं हैं, बल्कि नीतीश कुमार की छाती तोड़ देने वाले लोग हैं। उन्होंने कहा था कि अगर जरूरत पड़ी तो वह ऐसा कर देंगे। डॉ. अरुण कुमार ने बताया कि इस बयान के लिए मुझे निचली अदालत ने तीन साल की सजा सुनाई थी।
छाती तोड़ने से दर्द होता है लेकिन नरेटी दबाने से मौत
डॉ. अरुण कुमार ने बताया कि छाती तोड़ने से दर्द होता है लेकिन नरेटी(गला) दबाने से मौत होती है। डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि लालू प्रसाद का पीएम मोदी का नरेटी दबाने वाला बयान बेहद आपत्तिजनक है। उनके इस विवादास्पद बयान के लिए लोकहित याचिका दायर करेंगे। उन्होंने कहा कि लोकहित याचिका दायर करने के लिए उनकी एक टीम है और टीम अपना काम करेगी।
धृतराष्ट्र हैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
औरंगाबाद के मदनपुर अंतर्गत सोनारचक में 5 बच्चों की डूबने से मौत हो गई थी और रफीगंज के भदवा में अपराधियों द्वारा चार दुकानों को फूंके जाने की घटना की जांच के लिए गठित सात सदस्यीय जांच टीम लेकर डॉ. अरुण कुमार शनिवार को औरंगाबाद आए थे। दोनों जगहों पर उन्होंने परिजनों और पीड़ितों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार धृतराष्ट्र है और वह धृतराष्ट्र की टीम से घिरे हुए हैं। अरुण कुमार ने कहा कि यही वजह है कि राज्य में हो रहे अपराध उन्हें नजर नहीं आ रहे हैं।
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