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मामले में एसपी से शिकायत करने पहुंचे मुखिया संघ के सदस्य
– फोटो : अमर उजाला
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बिहार के गोपालगंज जिले के हथुआ प्रखंड के मछागर लक्षीराम पंचायत के मुखिया ने हथुआ थाना में तैनात पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाया हैं। वहीं, मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष समेत दर्जनों मुखिया ने एसपी स्वर्ण प्रभात से मिलकर एक आवेदन देकर पूरे मामले की जांच और आरोपी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल एसपी स्वर्ण प्रभात ने पूरे मामले की जांच के लिए हथुआ एसडीपीओ को निर्देश दे दिया है।
मुखिया ने बताया कि बीते मंगलवार की सुबह में मीरगंज थाने की सब इंस्पेक्टर प्रतिभा निगम के द्वारा मुझे फोन कर मेरी पंचायत के संतोष पांडेय के मामले के लेकर बात करने के लिए बुलाया गया। थाना पर जाने के बाद प्रतिभा जी से मिला। प्रतिभा जी बोलीं कि संतोष पांडेय को लेकर आओ उसका मोबाइल यहीं पर है। मैं बोला कि मैं बुलाने नहीं जा सकता, क्योंकि उससे मेरी अनबन है। मुखिया ने बताया कि तब तक वहीं पास में खड़े एसआई विनोद यादव बोले कि ए मुखिया तुम उसको बुलाकर लाओ गिरफ्तार करना है। उनके द्वारा तू-तड़ाक करने पर मैंने कहा कि मैं एक जनप्रतिनिधि हूं मेरे साथ अभद्र भाषा का प्रयोग मत कीजिए सर। तब तक पीछे खड़े आशीष कुमार सिंह ने मेरी गर्दन पकड़कर धक्का और गाली देते हुए कहा कि तुम लाट साहब हो कि तुमको आप कहें। उस पर मैंने कहा कि अपशब्द भाषा का प्रयोग मत कीजिए। तब तक दोबारा गर्दन पकड़कर धक्का दिया, जिससे मैं गिर गया और मेरे ऊपर से आशीष सिंह तथा विनोद यादव दोनों चढ़कर लात-घूंसे से मारने लगे।
मुखिया ने आगे कहा कि साथ ही जमीन पर घसीटते हुए मुझे हाजत में बंद कर दिया। मैंने बार-बार हाथ जोड़ कर आग्रह किया, लेकिन मेरी एक नहीं सुनी और आशीष सिंह और विनोद यादव ने मेरी मां-बहन को गाली दी और मुझे मारा। किसी माध्यम से हथुआ प्रखंड के सभी मुखिया को मालूम हुआ। फिर मुखियागण थाने आए और हर शर्त को पूरा करके किसी तरह मुझे हाजत से मुक्त कराया। घटना की सारी सच्चाई थाना के CCTV कैमरे से मिल जाएगी। वहीं, इस संदर्भ में एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि मामले की जांच के लिए हथुआ एसडीपीओ को निर्देश दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
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