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सौहार्द को बनाए रखने के लिए डीएम और एसएसपी के साथ बैठक में दोनों पक्ष के लोग
– फोटो : अमर उजाला
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बिहार के दरभंगा जिले में उपद्रवियों द्वारा सौहार्द बिगाड़ने की साजिश लगातार जारी है। प्रशासन की सख्ती बावजूद उपद्रवियों में इसका भय नहीं दिख रहा है। ताजा मामला सोमवार की देर रात कमतौल थाना क्षेत्र के बरिऔल गांव का है। जहां दो पक्ष एक बार फिर आमने-सामने हो गए। देखते ही देखते पूरा क्षेत्र रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। उसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस ने इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी। उसके बाद नगर पुलिस अधीक्षक ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया। वहीं, सुबह दरभंगा के जिलाधिकारी और वरीय पुलिस अधीक्षक ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों से बात कर मामले को शांत किया।
मंदिर के सामने डीजे बजाने को लेकर हुआ विवाद
जानकारी के मुताबिक, कमतौल थाना क्षेत्र के बरिऔल चौक के पास एक पक्ष के लोग मोहर्रम में जुलूस के साथ मिट्टी लाने जा रहे थे। इसी दौरान वहां सड़क किनारे दूसरे पक्ष की ओर से मंदिर पर कुछ कार्यक्रम चल रहा था। उसी दौरान एक पक्ष ने दूसरे पक्ष को रोककर मंदिर के सामने डीजे बजाकर नहीं जाने को कहा। इसको लेकर दूसरे पक्ष को आपत्ति हुई और मामूली कहासुनी मारपीट में तब्दील हो गई। उसके बाद नगर पुलिस अधीक्षक ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर मामला शांत कर मोहर्रम के मिट्टी की रस्म को पूरा करवाया।
बैठक दोनों पक्ष हुए एकमत
दरभंगा के जिलाधिकारी राजीव रौशन ने कहा कि कमतौल थाना क्षेत्र के बरिऔल में मिट्टी लाने के दौरान रात्रि दो समुदायों के बीच तनाव उत्पन्न हुआ। प्रशासनिक तत्परता के कारण उसको तत्काल नियंत्रण किया गया है। वहीं, उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के लोगों के साथ कमतौल थाना पर जिला के सभी प्रशासनिक पदाधिकारी के साथ दोनों समुदाय के लोगों और शांति समिति के सदस्यों के बीच बैठक संपन्न हुई है। उसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि शांति एवं सद्भाव के साथ पर्व को मनाएंगे। जो भी बिंदु तनाव के होंगे उसे तुरंत सूचित करेंगे और शांतिपूर्ण त्यौहार मनाएंगे। इस बात पर दोनों पक्ष राजी हुए है।
जुलाई महीने में तनाव के हुए कई मामले
दरभंगा जिले में लगातार दो समुदायों के बीच तनाव चल रहा है। जिला प्रशासन एक जगह मामले को शांत करता है तब तक दूसरी जगह मामला भड़क जाता है। पहला तनाव, 21 जुलाई दिन शुक्रवार की रात में मोहर्रम का झंडा को लगाने का विवाद हुआ। उसके बाद 23 जुलाई रविवार को दिन के 12 बजे मब्बी थाना क्षेत्र के शिवधारा चौक पर मोहर्रम का झंडा लगाने को लेकर हुआ। इसके रविवार को ही कमतौल थाना क्षेत्र के मालपट्टी गांव में शव को जलाने को लेकर दो समुदायों के बीच भिड़ंत हुई। और अब 24 जुलाई की रात में मोहर्रम के जुलूस में डीजे बजाने को लेकर दोनों समुदाय आमने-सामने हो गए।
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