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न्याय की गुहार लगाने पीड़िता पहुंची मुख्यालय।
– फोटो : अमर उजाला
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भागलपुर में आठवीं क्लास की एक छात्रा के साथ दो बदमाशों ने दुष्कर्म किया। परिजनों का कहना है कि घटना उस समय हुई जब वह समोसा खरीदने जा रही थी। तभी बाइक पर सवार दो बदमाशों ने उस नाबालिग लड़की को जबरन बाइक पर बैठाया और नदी के किनारे ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। घटना के बाद पीड़िता रोती-बिलखती अपने घर पहुंची और घटना की जानकारी अपने परिवार वालों को दी। घटना गोराडीह थाना क्षेत्र का है। मुख्य आरोपी भी नाबालिग है जबकि दूसरे आरोपी की पहचान नहीं हो पाई है।
आरोपी पीड़िता के ननिहाल का रहने वाला
घटना के संबंध में पीड़िता के परिजनों का कहना है कि आरोपी पीड़िता के ननिहाल का है। लगभग ढाई महीने पूर्व आरोपी सन्नी कुमार पीड़िता के मामा के साथ उसके घर पर आया था। पीड़िता के परिजनों के अनुसार गुरूवार शाम की है जब वह समोसा खरीदने जा रही थी, तभी सन्नी और दूसरा आरोपी जिसने अपने चेहरे पर नकाब लगा रखा था, दोनों मिलकर लड़की को जबरन बाइक पर बैठा लिया। दोनों उसे जबरन नदी के किनारे ले गये और उसके साथ दुष्कर्म किया। घटना के बाद जब पीड़िता घर लौटी तब सारी जानकारी अपने परिवार वालों को दी।
दस हजार में मामला रफा-दफा करने की हुई थी कोशिश
घटना के बाद पीड़ित परिवार आरोपी के घर पर शिकायत करने पहुंचा। शुरू में तो आरोपी के परिजनों ने इस घटना से इंकार कर दिया लेकिन जब पीड़ित परिवार ने थाना में जाने की धमकी दी तब आरोपी परिवार मामले को रफा-दफा करने के लिए दस हजार रुपये का ऑफर देने लगे। आरोपी के चाचा जट्टू यादव ने कहा कि दस हजार रूपा लो और मामले को यहीं रफा-दफा करो।
पीड़ित परिवार ने इज्जत के बदले शादी की रखी थी मांग
पीड़ित परिवार का कहना था कि चूंकि दोनों एक ही जाति-विरादरी के हैं और आरोपी ने लड़की की इज्जत ली है इसलिए एक अग्रीमेंट पेपर बनाओ जिसमें यह लिखा हो कि बालिग़ होने पर दोनों की शादी करा दी जाएगी। पीड़ित परिवार के इस ऑफर को आरोपी पक्ष ने एक सिरे से इंकार कर दिया। आरोपी पक्ष का कहना था कि मुझे यह शर्त मंजूर नहीं है इसलिए तुमको जहां जाना है जो करना है करो मुझे फर्क नहीं पड़ता है। इसी बात को लेकर वहां दोनों पक्ष में झडप भी हो गई।
इस वजह से स्थानीय थाना ने नहीं लिया आवेदन
पीड़ित परिवार का कहना है कि आरोपी के घर से लौटने के बाद हमलोग अपने स्थानीय थाना पहुंचे। वहां थानाध्यक्ष ने कहा कि मेरे यहाँ महिला अधिकारी नहीं है इसलिए लड़की का फर्द बयान हम नहीं ले सकते। इसलिए आपलोग जिला मुख्यालय स्थित महिला थाना जाईये। मजबूरन पीड़ित परिजन को महिला थाना आना पड़ा। अब महिला थाना में आवेदन ले लिया गया है, जिसके बाद पीड़ित पक्ष के दिल में अब न्याय की उम्मीद जगी है।
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