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पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
– फोटो : अमर उजाला
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पूरा मामला कड़ौना थाना क्षेत्र का है, जहां 2020 को थाना क्षेत्र के हरपुरा के रहने वाले एक युवा प्रोड्यूसर ने सीतामढ़ी के कुंडल छपरा निवासी और मुंबई में रहकर फिल्म डायरेक्शन का काम करने वाले धीरेन्द्र उर्फ धीरू यादव के खिलाफ लालटेन नाम की फिल्म बनाने के नाम पर चालीस लाख रुपए ठग लेने का एक मामला दर्ज कराया था।
इस मामले की गहराई से छानबीन के बाद पुलिस ने कई जगहों पर दबिश दी, अंततः झांसे बाज फिल्म डायरेक्टर को मुंबई से गिरफ्तार कर कोर्ट में प्रस्तुत करने के बाद जेल भेज दिया है। पीड़ित के परिजनों ने बताया कि धीरू यादव मुंबई में रहकर फिल्म निर्माण का कार्य किया करता था। उसने कड़ौना के रहने वाले पप्पू यादव से संपर्क साध कर लालटेन नाम की फिल्म बनाने की बात कही और फिल्म से संबंधित कहानी सुनाई।
कई टर्म में 40 लाख रुपए लिए
डायरेक्टर धीरू यादव ने पप्पू यादव से इस कहानी का प्रोड्यूसर और डिस्ट्रीब्यूटर बनने की बात कहकर कई टर्म में तकरीबन 40 लाख रुपए ले लिए और फिल्म का निर्माण भी कर दिया। फिल्म बन जाने के बाद धीरू यादव स्वयं उस फिल्म को डिस्ट्रीब्यूट करने लगा, जबकि प्रोड्यूसर पप्पू यादव पूरी फिल्म बन जाने का इंतजार ही करता रह गया।
आरोपी को भेजा गया जेल
जब काफी दिनों के बाद उसे ठगे जाने अंदेशा हुआ तो उसने कड़ौना थाना में फिल्म निर्देशक और सीतामढ़ी जिला के रहने वाले धीरू यादव पर नामजद प्राथमिकी दर्ज करा दी। एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांचोपरांत धीरू यादव को दोषी पाते हुए मुंबई से गिरफ्तार कर जहानाबाद कोर्ट में प्रस्तुत किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। इस संबंध में एसडीपीओ ने बताया कि वर्ष 2020 में कड़ौना थाना में दर्ज मामले के आधार पर धीरू यादव की गिरफ्तारी हुई है।
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