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पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी।
– फोटो : अमर उजाला
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महागठबंधन के छह विधायकों के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में जाने के बाद बिहार में सियासी घमासान जारी है। एक ओर जहां भाजपा और जदयू के नेता कह रहे हैं कि अभी को खेल शुरू ही हुआ। आगे-आगे देखिए होता है क्या। वहीं दूसरी ओर महागठबंधन के नेता लगातार बिहार सरकार पर हमला बोल रही है। बिहार विधान मंडल के दोनों सदनों में विपक्ष के नेताओं ने बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष ने भाजपा और जदयू पर बड़ा आरोप लगा दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और जदयू के तरफ से उन बागी विधायकों को 10-10 करोड रुपए दिए गए हैं।
महागठबंधन के विधायकों को खरीदने वाली पार्टी बेशर्म हो गई
इतना ही नहीं राबड़ी देवी यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के विधायकों को खरीदने वाली पार्टी बेशर्म हो गई है। ये लोग जोड़-तोड़ की राजनीति कर लोकतंत्र का लगातार अपमान कर रहे हैं। वहीं बागी विधायकों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अगर इन विधायकों में थोड़ी भी शर्म होती तो सभी इस्तीफा देकर भाजपा और जदयू में शामिल होते। अगले चुनाव में जनता इन्हें जरूर जवाब देगी।
केके पाठक के समर्थन में कह दी यह बातें
वहीं सदन में जिनके के विरोध में विपक्ष के विधायक प्रदर्शन कर रहे थे, उनके समर्थन में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी उतर गईं हैं। शिक्षकों की ड्यूटी की टाइमिंग नहीं बदले जाने के सवाल पर राबड़ी देवी ने कहा कि उन्होंने (केके पाठक) जो फैसला लिया है, वह सही है। नौकरी पर जाने में क्या हर्ज है? जब नौकरी कीजिएगा तो घर में बैठे तो नहीं कीजिएगा, फिर जाने में क्या हर्ज है?
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