[ad_1]

स्कूल का मामला पहुंचा मुख्य सचिव आमिर सुबहानी तक।
– फोटो : अमर उजाला डिजिटल
विस्तार
पूरे देश में अमूमन किसी जिले की कमान संभालने वाले जिलाधिकारी स्तर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी भीषण ठंड या गर्मी या अन्य प्राकृतिक आपदा की स्थिति में विशेष छुट्टी की घोषणा करते हैं। बाकी राज्यों में यही हो भी रहा है। इस बार बिहार में डीएम के इस अधिकार को छीनने का प्रयास हो रहा है और अब मामला राज्य के मुख्य सचिव तक पहुंच गया है। पिछले दिनों खुद से विवाद के बाद शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर का विभाग बदलवाने में कामयाब रहे इस विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के नाम ही यह नया विवाद है। पाठक ने डीएम के इस अधिकार को छीनने के लिए चिट्ठी पर चिट्ठी लिखी तो अब पटना डीएम ने सभी को जुटाकर मुख्य सचिव को भेजते हुए समाधान मांगा है। पटना डीएम ने भीषण ठंड को देखते हुए आठवीं तक के बच्चों को छुट्टी दी, लेकिन बाकी ज्यादातर डीएम पाठक की चिट्ठियों के डर से अवकाश नहीं दे रहे। इस कारण मुजफ्फरपुर में छठी कक्षा के एक बच्चे की मौत भी हो चुकी है।
शुरू से जानें, क्या है मामला और क्यों बवाल
राज्य में भीषण शीतलहरी चल रही है। सरकारी विद्यालयों में बच्चों के ठंड से बीमार होने और मरने तक की सूचना आई, लेकिन शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के कारण कोई डीएम अवकाश नहीं घोषित कर रहे थे। इस बीच, केके पाठक ने जब छुट्टी बढ़ाई तो अनिश्चतता देख 16 जनवरी से अवकाश की घोषणा पूरे बिहार में शुरू हुई। पटना डीएम की देखादेखी बाकी जिलों में भी छुट्टी शुरू की गई। फिर अचानक पाठक लौट आए। ड्यूटी पर लौटने के पहले सीएम नीतीश कुमार से मिले और फिर रात में अचानक शिक्षा विभाग के मंत्री बदल गए। इसके बाद पाठक ड्यूटी पर आए तो सीधा निशाना पटना डीएम को बनाया कि यह छुट्टी देने का अधिकार उन्हें नहीं है। इस चिट्ठी से ज्यादातर जिलों के डीएम खुद से सीनियर आईएएस पाठक से डर गए। ज्यादातर ने आदेश को लेकर चुप्पी साधी, लेकिन पटना डीएम ने 20 जनवरी से आगे 23 जनवरी तक छुट्टी बढ़ाई। इसपर पाठक ने उन्हें हाईकोर्ट में घसीटने की धमकी भिजवाई। इतना कुछ होने के बावजूद जब ठंड की हालत नियंत्रित नहीं दिखी तो पटना डीएम ने 25 जनवरी तक के लिए आठवीं कक्षा के बच्चों को छुट्टी दे दी। स्कूल-कोचिंग दोनों ही में।
धमकी से तंग डीएम मुख्य सचिव की शरण में
पाठक ने पटना डीएम को हाईकोर्ट की धमकी दी तो पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बुधवार को राज्य के मुख्य सचिव को जिला मजिस्ट्रेट के रूप में धारा 144 के तहत पारित अपने आदेशों की प्रति के साथ शिक्षा विभाग की ओर से आयी आपत्तियों और हाईकोर्ट में घसीटने की धमकी वाले पत्र की प्रति के साथ लिखा है कि इसके कारण भ्रम की स्थिति है। कृपया समाधान करें।
[ad_2]
Source link