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मुजफ्फरपुर पुलिस
– फोटो : अमर उजाला
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बिहार में मुजफ्फरपुर जिले की पुलिस को आशंका है कि कुछ असामाजिक तत्व माहौल खराब करने की कोशिश कर सकते हैं। फिलहाल, इस मामले में पुलिस ने अब प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। संभव है कि इस तरह के ही सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वाले पोस्ट वायरल करने वाले तत्वों के खिलाफ अब सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर के मुजफ्फरपुर पुलिस की साइबर सेल यूनिट सोशल मीडिया पर मौजूद संदिग्ध अकाउंट पर नजर बनाए हुई है। साथ ही भड़काऊ पोस्ट और माहौल बिगाड़ने वाले अकाउंट की स्क्रूटनी भी की जा रही है। इसके ही साथ मुजफ्फरपुर पुलिस की नजर खासतौर पर उन पोस्ट पर ज्यादा है, जो अयोध्या, राम मंदिर और प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े कर्यक्रमों को लेकर किए जा रहे हैं। पुलिस को शक है कि कुछ असामाजिक तत्व माहौल खराब करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा ले सकते हैं और हाल ही में मुजफ्फरपुर के साहेबगंज थाना क्षेत्र में हुए अष्टयाम यज्ञ के बाद निकाले गए जुलूस का कई वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए थे, जिसमें एक संप्रदाय विशेष को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा था।
इस पूरे मामले पर एसडीपीओ कुमार चंदन ने यह बताया कि 12 जनवरी 2024 को साहेबगंज थाना क्षेत्र एक अष्टयाम का आयोजन किया गया था, जिसके बाद जुलूस निकाला गया था। जुलूस के दौरान साहेबगंज थाना प्रभारी अपने दल बल के साथ मौजूद थे। उस जुलूस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक संप्रदाय विशेष के ही खिलाफ आपत्तिजनक बातों का इस्तेमाल किया जा रहा है और जांचोपरांत यह वीडियो एडिटेड पाया गया है।
ऐसा प्रतीत होता है कि कुछ असमाजिक तत्वों के द्वारा जानबूझ कर समाज में सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए यह वीडियो वायरल किया गया है। इस संबंध में साहेबगंज थाना में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई है। जल्द ही अभी आरोपी पकड़े जाएंगे।
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