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राष्ट्रीय जनता दल के एमएलसी रामबली चंद्रवंशी।
– फोटो : अमर उजाला डिजिटल
विस्तार
राष्ट्रीय जनता दल में रहकर राजद सुप्रीमो लालू यादव से बैर करना भरी पड़ना तय था क्यों कि इसी वजह से अब इस पार्टी के एमएलसी रामबली चंद्रवंशी की विधान पार्षद से सदस्यता रद्द कर दी है। विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने अपना फैसला सुनाया है।
क्या था मामला
राष्ट्रीय जनता दल के एमएलसी रामबली चंद्रवंशी ने एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार अति पिछड़ा वोट बैंक के जरिए पिछले 18 सालों से बिहार के सियासत और उसके सिरमौर बने हुए हैं। उन्होंने अति पिछड़ों का गला काटने का काम किया है। इस बात को लेकर 11 नवंबर 2023 को राजद के उप मुख्य सचेतक सुनील कुमार सिंह ने सदन में सभापति को पत्र लिखकर रामबली की सदस्यता खत्म करने की सिफारिश की। सदस्यता रद्द करने संबंधी याचिका में सुनील सिंह ने कहा था कि रामबली चंद्रवंशी राष्ट्रीय जनता दल के सदस्य रहते हुए राजद विधान मंडल दल के नेता पर मनगढ़ंत आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव भी शराब पीते हैं।
जानिए कब और क्या कहा था राजद एमएलसी रामबली चंद्रवंशी ने
नवंबर 2023 में औरंगाबाद के एक कार्यक्रम में चंद्रवंशी ने कहा था कि नीतीश कुमार अति पिछड़ा वोट के जरिए पिछले 18 सालों से बिहार के सियासत का सिरमौर बने हैं, लेकिन उन्होंने अति पिछड़ों का गला काटने का काम किया है। अति पिछड़ा की आबादी 36 फीसदी है, जिन्हें नौकरियों में मात्र 13 फीसदी हिस्सेदारी है। एमएलसी रामबली चंद्रवंशी ने कहा था कि 2015 में नीतीश कुमार ने तेली जाति को अति पिछड़ा बना दिया। यह वही जाति है, जो बिहार में सबसे ज्यादा टैक्स भरता है। नीतीश कुमार ने उसे अति पिछड़ा बना दिया। अति पिछड़ों के लिए कर्पूरी ठाकुर ने अपनी जान की परवाह नहीं की थी। आज अति पिछड़ा समाज भिखारी हो गया है।
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