[ad_1]

पूर्व सांसद आनंद मोहन
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
पूर्व सांसद आनंद मोहन बुधवार को सहरसा के सर्किट हाउस में पहुंचे। जहां उनके साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गणेश्वर प्रसाद सिंह, राजद जिलाध्यक्ष मोहम्मद तारिक, फ्रेंड्स ऑफ आनंद के जिला अध्यक्ष अजय कुमार बबलू, अनिल यादव, अमित कुमार, चुन्नू भदौरिया, मुकुल आनंद, अनिल सिंह, गुंजन सिंह, प्रवीण आनंद, विनोद झा, डिग्री सिंह सहित कई कार्यकर्ता और नेता मौजूद रहे।
‘प्रतिपक्ष चाहिए, यह लोकतंत्र का तकाजा है’
पूर्व सांसद आनंद मोहन ने सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महागठबंधन की सरकार की जमकर तारीफ की। उन्होंने 23 जून को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक को लेकर कहा कि मैं पहले भी कह चुका हूं कि यह गंभीर व्यक्ति की गंभीर पहल है और बिहार की कोई भी पहल असफल आज तक नहीं हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रतिपक्ष चाहिए, यह लोकतंत्र का तकाजा है। इसमें जो भी पहल कर रहे हैं, मैं उनका स्वागत करता हूं और स्वागत करेंगे।
‘सहरसा के साथ पक्षपात हो रहा जो ठीक नहीं’
आनंद मोहन कहा कि आप चेक कीजिए जो छह एम्स की घोषणा की गई थी, उनमें से सहरसा ही एक जगह है जहां 218 एकड़ जमीन उपलब्ध है। बावजूद इसके जो पक्षपात हो रहा है, ये ठीक नहीं है। जिस तरह से यहां एक-एक क्षेत्रीय कार्यालयों को चाहे शिक्षा के क्षेत्र में हो, चाहे चिकित्सा के क्षेत्र में हो या अन्य क्षेत्र में हो। सभी को हटाने की साजिशें चल रही हैं, ये बहुत शर्मनाक है। इन सबके खिलाफ जो आक्रोश है, उसको इकट्ठा करके हम लोग तीन जुलाई को तय करेंगे। इसी महीने में हम लोग एक ऐतिहासिक बंद की घोषणा करेंगे और चक्का जाम करेंगे।
[ad_2]
Source link