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बेहोश छात्रा
– फोटो : अमर उजाला
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शिक्षा विभाग अपर शिक्षा सचिव केके पाठक के बेतुका फरमान का सीधा असर बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ने लगा है। ताजा मामला दरभंगा जिले में तारडीह प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय लगमा का है। जहां स्कूल में आयोजित 9वीं कक्षा मासिक परीक्षा दे रही छात्रा सोनी कुमारी अपने कक्षा में ही बेहोश हो गई।
आनन-फानन में शिक्षकों ने स्कूल परिसर में आग जलाया और छात्रा को पूरे शरीर में तेल मालिश किया तो कुछ देर बाद उसे होश आया। तब जाकर शिक्षकों ने राहत की सांस ली। वहीं, इसी प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मलकौली पटखौली के वर्ग सात की छात्रा जुही कुमारी बेहोश हो गई। छात्रा के बेहोश होते ही स्कूल परिसर में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। स्कूल के प्रिंसिपल के द्वारा मिली सूचना पर पहुंचे परिजन छात्रा को अपने साथ घर लेकर चले गए।
जानकारी के अनुसार, तारडीह प्रखंड के लगमा गांव स्थित उत्क्रमित उच्च विद्यालय में 9वीं कक्षा का मासिक परीक्षा दे रही छात्रा अचानक से अचेत हो गई। इस सूचना से पूरे स्कूल में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। शिक्षक अपने अपने कक्षा को छोड़ सभी उस बच्ची सोनी कुमारी की सेवा में जुट गए। प्रधान शिक्षक ने तत्काल बच्ची के परिजन को सूचना दिए। मौके पर पहुंचे परिजनों ने भी बच्ची को जल रहे आग से सेककर उसके होश में आने पर घर लेकर चले गए।
बताया जाता है कि लगमा गांव के नवटोलिया यादव टोले की 9वीं कक्षा की छात्रा सोनी कुमारी अपने कमरे में मासिक परीक्षा दे रही थी। इस दौरान वह अचानक से बेहोश होकर गिर गई। यह देखते ही क्लास में परीक्षा ले रहे शिक्षक ने तत्काल स्कूल के प्रिंसपल को सूचना देते हुए स्कूल परिसर अलाव जलाने की तत्काल व्यवस्था करते हुए महिला शिक्षकों से छात्रा को मालिश करने को कहा। कुछ देर बाद बच्ची होश में आई तो अपने परिजनो के साथ घर चली गई।
जानकारी के अनुसार, जिले में कड़ाके की शीतलहर चल रही है। लेकिन जिले के सभी निजी सरकारी स्कूल खुले हुए हैं। मौसम विभाग ने अभी कुछ दिन और शीललहर चलने का अनुमान बताया है। लेकिन इन सब का असर न तो जिले डीएम को होता दिख रहा और न ही जिला शिक्षा पदाधिकारी को। इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी समर बहादुर सिंह ने कहा कि अपर मुख्य सचिव के निर्देश पर स्कूल खोला गया है।
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