[ad_1]

आक्रोशित लोगों ने वाहन को फूंका, मौके पर पहुंची पुलिस।
– फोटो : अमर उजाला डिजिटल
विस्तार
किसी वीआईपी के कुत्ते से ज्यादा कीमत आदमी की जान की नहीं। तभी तो, पुलिस किसी के गायब होने के 24 घंटे तक परिजनों को भगाती रहती है कि पहले खोजो, फिर थाने आना। दूध देने निकली महिला के अगवा होने की चर्चा पुलिस तक नहीं पहुंची हो, यह भी मानना मुश्किल है। और, इतना कुछ होने के बावजूद तीन दिन बाद महिला की लाश घर से कुछ ही दूर वीराने में मिलना गुस्से की आग भड़काने के लिए काफी था। भागलपुर जिला के नवगछिया में इन परिस्थितियों ने हंगामे का रूप ले लिया। नवगछिया खुद पुलिस जिला है, लेकिन खाकी की निष्क्रियता से गुस्साए लोगों ने थाने की गाड़ी और जन-प्रतिनिधि की कार समेत कई वाहनों को फूंक दिया। कवरेज कर रहे पत्रकारों के मोबाइल फोड़ डाले। पथराव कर पुलिस को भगा दिया। बचाव में फायरिंग की भी नौबत आ गई।
[ad_2]
Source link