बिपरजॉय तूफान बेहद गंभीर चक्रवात से कमजोर होकर मंगलवार को बहुत गंभीर चक्रवात बन गया है, लेकिन यह गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ तट पर बना रहा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक यह 15 जून की दोपहर तक कच्छ के तट को पार करेगा, जिसकी रफ्तार 125-135 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है।
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चक्रवातीय तूफान बिपरजॉय अभी से अपना असर दिखा रहा है। मुंबई से लेकर केरल के तट तक समंदर में तूफानी लहरें उठ रही हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 14 जून तक यह उत्तर की ओर और फिर सौराष्ट्र-कच्छ तट की ओर बढ़ेगा, जिसे यह 15 जून को दोपहर तक पार कर जाएगा।
चक्रवातीय तूफान बिपरजॉय अभी से अपना असर दिखा रहा है। मुंबई से लेकर केरल के तट तक समंदर में तूफानी लहरें उठ रही हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 14 जून तक यह उत्तर की ओर और फिर सौराष्ट्र-कच्छ तट की ओर बढ़ेगा, जिसे यह 15 जून को दोपहर तक पार कर जाएगा।
बिपरजॉय तूफान 15 जून को गुजरात के कच्छ और पाकिस्तान के कराची के बीच टकरा सकता है। इस बीच, गुजरात और महाराष्ट्र को हाई अलर्ट में रखा गया है। एनडीआरएफ के साथ-साथ तीनों सेनाएं भी अलर्ट मोड पर हैं।
मौसम वैज्ञानिकों ने बिपरजॉय को लेकर चेतावनी जारी की हैं। ऐसे में जानना जरूरी है कि बिपरजॉय को लेकर क्या चेतावनी जारी की गई है? गुजरात और महाराष्ट्र बिपरजॉय को लेकर कैसे तैयारी कर रहे हैं। केंद्र सरकार कैसे मदद कर रही है?