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BJP Vs AAP: सदन में हंगामा करते पार्षद
– फोटो : शुभम बंसल
विस्तार
आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच दिल्ली नगर निगम में शुरू हुई जंग शर्मनाक स्तर पर पहुंच गई है। मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होने के बाद स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों के चुनाव पर शुरू हुआ विवाद बुधवार देर रात तक जारी रहा। आठ से ज्यादा बार नगर निगम की कार्यवाही बाधित होने के बीच दोनों दलों के सदस्यों ने एक दूसरे पर बोतल और पेपर से हमला करने का आरोप लगाया है। सभी सदस्यो ने सदन में ही नाश्ता किया और कुछ सदस्य सदन के अंदर ही सोते हुए दिखाई पड़े।
इस पूरे विवाद के बीच यह बड़ा प्रश्न खड़ा हो गया है कि यदि सत्ता पक्ष और विपक्ष के दोनों प्रमुख दलों में इस स्तर पर टकराव होता रहा, तो अगले पांच साल निगम की कार्यवाही कैसे चलेगी। इससे दिल्ली का विकास कार्य प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है।
भाजपा का आरोप
भाजपा नेता मनोज तिवारी ने आरोप लगाया है कि पूरा विवाद स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों के चुनाव के दौरान मोबाइल सहित कोई आपत्तिजनक वस्तु न लेकर जाने को लेकर हुआ था। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी सदस्यों के अनुरोध पर ही स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों के लिए मतदान के दौरान मोबाइल-पेन न ले जाने पर सहमति बनी थी। लेकिन आरोप है कि मेयर चुने जाने के बाद सदन की पीठासीन अधिकारी शैली ओबेरॉय ने आम आदमी पार्टी सदस्यों को मोबाइल और पेन ले जाने की अनुमति दे दी। भाजपा ने कुछ वीडियो जारी कर कहा है कि उनके पार्षदों के साथ मारपीट की गई।
भाजपा नेता ने कहा कि आम आदमी पार्टी यह पूरा विवाद स्टैंडिंग कमेटी में अपनी संभावित हार को टालने के लिए कर रही है। आम आदमी पार्टी नेताओं ने अपने पार्षदों को ये आदेश दिया है कि वे स्टैंडिंग कमेटी में वोट देने के बाद अपने मतदान की फोटो पार्टी नेताओं को भेजें। उन्होंने इसे अलोकतांत्रिक और अपने ही पार्षदों पर अविश्वास करने का मामला बताया।
आम आदमी पार्टी के आरोप
वहीं, आम आदमी पार्टी नेता आतिशी मार्लेना ने आरोप लगाया है कि भाजपा निगम चुनाव हारने के बाद भी असंवैधानिक तरीके से निगम पर अपनी सत्ता बनाये रखना चाहती है। यही कारण है कि पहले मेयर-डिप्टी मेयर के चुनाव को टालने की कोशिश की गई, अब स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव को रोकने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया है कि भाजपा के पार्षदों ने उनके नेताओं को चोट पहुंचाई।
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