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Budh Gochar effects mesh to meen: सावन मास में कई ऐसे त्योहार मनाये जाते हैं जिसके कारण इस महीने को शुभ मास कहा जाता है वैसे तो इस महीने सभी लोग भगवान शिव की भक्ति में लगे रहते हैं जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो जाता है. वहीं ग्रहों का राशि परिवर्तन भी अपने समय अनुसार होता रहता है. बुध अपनी राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं. भारतीय ज्योतिष में बुध को कुमार ग्रह कहा जाता है. यह चौथे श्रेणी का शुभ ग्रह है कुंडली में अगर यह उच्च का हो तो राजनीतिक क्षेत्र में कुशल होते हैं, बैंकिंग, कूटनीति तथा बहुमुखी योग्यता मिलती है. बुध का रंग श्याम है वे उम्र में छोटे दिखते हैं. साथ ही उनकी त्वचा भी बहुत निखरी हुई होती है. इस ग्रह के प्रभाव के कारण जातकों में किसी चीज को समझाने की शक्ति व संवाद करने की शक्ति अन्य जातकों की अपेक्षा अधिक होती है. बुध एक लाभकारी ग्रह है लेकिन इसके साथ शर्त यह है कि यह शुभ ग्रहों के प्रभाव में होने पर सकारात्मक परिणाम देता है और अशुभ ग्रहों की दृष्टि होने पर यह नकारात्मक परिणाम देने लगता है. बुध का स्वतंत्र प्रभाव जातक को शरारती और मजाकिया बना सकता है. शरारती होने के साथ-साथ ये जातक हाजिर जवाबी में बहुत अच्छे होते हैं. बुध कन्या राशि तथा मिथुन राशि के स्वामी हैं. बुध कन्या राशि में उच्च के होते हैं. जिनकी कुंडली में बुध ग्रह पर अशुभ ग्रहों का दृष्टि जैसे राहु केतु शनि तथा मंगल का प्रभाव होता है उसे कुंडली के अलग -अलग भाव में अलग फल देता है. शुभ ग्रह की दृष्टि बने तो जातक का सामाजिक स्तर उच्च का हो जाता है.
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