[ad_1]

घर से पानी निकालती महिला
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
भूस्खलन से प्रभावित जोशीमठ ब्लॉक के पगनों गांव में रात को मलबा और पानी घुस गया जिससे गांव में अफरातफरी मच गई। जिन सात परिवारों को ज्यादा खतरा था उन्होंने रात में घर छोड़ दिए और सुरक्षित स्थानों पर चले गए जबकि अन्य 35 परिवारों ने रतजगा किया। मलबे से राजमा व चौलाई की फसल को भारी नुकसान हुआ है।
पगनों गांव के ऊपर दो साल पहले भूस्खलन शुरू हुआ था लेकिन इस साल भूस्खलन तेज हो गया है। ऐसे में इस क्षेत्र के 9 परिवारों को प्रशासन ने शिफ्ट करा चुका है। मगर मंगलवार रातभर हुई तेज बारिश से रात तीन बजे गांव के दोनों तरफ से पानी और मलबा आना शुरू हो गया और सात परिवार घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए। सुबह होने तक पानी और मिट्टी घरों में घुस गई। सतेश्वर प्रसाद का आंगन मलबे से भर गया जबकि शिव सिंह की गोशाला में मलबा भर गया।
Badrinath Highway: मलबा आने से नौ जगहों पर बंद रहा हाईवे, जगह-जगह फंसे रहे 800 तीर्थयात्री
आसपास के घर भी खतरे की जद में आ गए हैं। जगत सिंह पंवार, भरत सिंह, कुंदन सिंह, जगत सिंह राणा, सतेश्वर प्रसाद, रतन सिंह व शिव सिंह ने घर छोड़ा है जबकि मुरलीधर सुंदरियाल, पुष्प देवी, जय प्रसाद, दिलबर सिंह, प्रदीप सिंह, दुर्गा देवी, राधा देवी व नरेंद्र पडियार पहले ही घर छोड़ चुके हैं। प्रशासन की ओर से गांव में एक परिवार को टेंट, चार को टिन दिए हैं, जबकि कुछ अन्य परिवारों को तिरपाल दिए गए हैं। वहीं तहसीलदार रविशाह का कहना है कि पगनों गांव के प्रभावित परिवारों को टेंट, टिन और तिरपाल दिए हैं। अन्य परिवार यदि खतरे की जद में आते हैं तो उन्हें भी सुरक्षित जगह पर भेज दिया जाएगा।
[ad_2]
Source link