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संवाद न्यूज एजेंसी, टनकपुर (चंपावत)।
Updated Fri, 24 Mar 2023 03:08 PM IST

टनकपुर में सड़क किनारे खड़ी टैक्सी-जीप। संवाद
– फोटो : टनकपुर में सड़क किनारे खड़ी टैक्सी-जीप। संवाद
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पूर्णागिरि धाम में बृहस्पतिवार सुबह हुए हादसे ने मेले की यातायात व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। काल बनकर दौड़ रहे वाहनों की गति पर पुलिस, परिवहन और प्रशासन का कोई नियंत्रण नहीं है जिसके चलते पूर्णागिरि मार्ग पर हर वक्त हादसे का खतरा बना रहता है।
होली के अगले दिन नौ मार्च से शुरू हुए पूर्णागिरि मेले की प्रशासन ने तीन माह पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी थी। अन्य व्यवस्थाओं के साथ ही यातायात व्यवस्था का भी खाका खींचा गया। सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए बाहरी जिलों से भी फोर्स मांगा गया लेकिन ज्यादातर फोर्स अब तक नहीं मिल पाया है जिसका असर मेले की सुरक्षा के साथ ही यातायात व्यवस्था पर भी दिखाई पड़ रहा है।
मेले के लिए बाहरी जिलों से यातायात के 17 कांस्टेबल मांगे गए थे जिनमें से केवल छह कांस्टेबल ही मिल पाए हैं। बता दें कि टनकपुर-पूर्णागिरि मार्ग पर दो सौ से ज्यादा टैक्सी जीपें और करीब दो दर्जन निजी बसें यात्री ढोने में लगी हैं लेकिन इन वाहनों में ओवर लोडिंग और उनकी गति पर न तो परिवहन विभाग का और न पुलिस का ही नियंत्रण दिख रहा है।
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