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चारधाम यात्रा (फाइल फोटो)
इस माह 22 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा का विधिवत आगाज हो जाएगा। इस लिहाज से यात्रा का काउंट डाउन शुरू हो गया है। 20 अप्रैल से श्रद्धालु यात्रा पर निकलने शुरू हो जाएंगे। हर साल की तरह इस साल भी यात्रा को सुरक्षित, सुगम और व्यवस्थित बनाने के लिए राज्य सरकार पर जबर्दस्त दबाव है।
यात्रा से ठीक पहले कोविड 19 महामारी के बढ़ते मामलों से सरकार चौकन्नी है। सरकार के लिए चुनौती वाली बात इसलिए भी है कि पिछले साल की तुलना में इस बार बड़ी संख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आ रहे हैं। इसका तस्दीक चारधाम यात्रा के पोर्टल पर यात्रियों के पंजीकरण से हो रहा है।
भीड़ प्रबंधन, परिवहन, पार्किंग से लेकर स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था बनाने के लिए सरकार को विशेष प्रबंधन करने पड़ रहे हैं। अमर उजाला ने चारधाम की चुनौतियों और सरकार द्वारा कराए गए इंतजाम की पड़ताल की। पेश है ये रिपोर्ट।
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- कोविड के बढ़ते मामलों को लेकर चौकस
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- पार्किंग और ट्रैफिक की समस्या से निपटना होगा
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- धामों पर भीड़ प्रबंधन पर करना होगा ज्यादा फोकस
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- केदारनाथ और यमुनोत्री में स्वास्थ्य सेवाओं का इंतजाम
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