[ad_1]

मनोज झा ने ‘ठाकुर का कुआं’ सुनाकर वाहवाही लूटी, लेकिन क्षत्रियों को भड़का दिया था।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
भूमिहार जाति के बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी ने दूसरी वजह से राष्ट्रीय जनता दल का साथ छोड़ा। उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाईटेड में वापस संभवना दिखने लगी। लेकिन, क्षत्रिय नेता और बाहुबली आनंद मोहन सिंह के विधायक बेटे चेतन आनंद के साथ छोड़ने की वजह एक नहीं, कई हैं। एक वजह उन्होंने खुद बता दी। जहां एक तरफ आनंद मोहन जेल से निकलने के बाद क्षत्रिय रानजीति में फिर से जिंदा होने की कोशिश में राजस्थान घूम रहे थे, वहीं उनकी पार्टी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने ‘ठाकुर का कुआं’ गीत सुनाकर क्षत्रियों को जगा दिया था। अब चेतन आनंद ने राजद का साथ छोड़ने के बाद जो लिखा, वह पढ़ने लायक है- “ठाकुर के कुएं में पानी बहुत है। सबको पिलाना है।”
छह महीने बाद जख्म का इलाज
चेतन आनंद ने एक तरह से अपने जख्मों पर खुद ही मरहम लगाने में छह महीने का वक्त लिया। सितंबर 2023 में राजद से उन्हें एक नहीं, कई जख्म मिले थे। एक जख्म तो यह कि क्षत्रिय राजनीति करने वाले बाहुबली आनंद मोहन को लालू प्रसाद यादव ने मिलने का समय नहीं दिया। आनंद मोहन ने खुलकर यह दुख नहीं जताया, लेकिन यह बात तब खूब चर्चा में रही थी। नहीं मिले सो नहीं, लालू यादव ने राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा के खिलाफ बोलने पर आनंद मोहन को बहुत खरी-खोटी सुना दी थी। जब यह सब हो रहा था, तब संसद में ‘ठाकुर का कुआं’ कविता सुनाते हुए मनोज झा सुर्खियों में आए थे। चेतन आनंद तब भी राजद विधायक थे। उन्होंने खुलकर अपनी ही पार्टी के नेता मनोज झा के लिए ‘दोगलापन’ जैसे शब्द का इस्तेमाल करते हुए गुस्से का इजहार किया था। इसी कविता पर आनंद मोहन ने कहा था कि वह अगर राज्यसभा के सभापति होते तो क्या कर गुजरते।
[ad_2]
Source link