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ट्रेनों में भीड़
– फोटो : अमर उजाला ब्यूरो
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बिहार और यूपी में छठ पूजा को सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है। इसमें शरीक होने के लिए बड़ी संख्या में प्रवासी लोग हर साल घर लौटते हैं। इस वजह से दिल्ली के रेलवे स्टेशनों पर प्रवासी लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है। इस भीड़ के सामने रेलवे की तमाम तैयारी बौनी साबित होने लगी है। ट्रेन में जगह पाने के लिए लोग जद्दोजहद करते दिखाई पड़ रहे हैं। हालात ऐसे हैं कि ट्रेनों में लोगों को जगह नहीं मिल रही है। वातानुकूलित और स्लीपर कोच भी इन दिनों अनारक्षित कोच बना हुआ है। जिन लोगों के पास आरक्षित बर्थ का टिकट है वे भी अपनी सीट तक पहुंचने के लिए धक्का-मुक्की करने को मजबूर हैं।
नई दिल्ली और आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर कई इंतजाम के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन ये तैयारी भीड़ के सामने नाकाफी साबित हो रही है। भीड़ इतनी ज्यादा है कि लोग ट्रेन में सवार नहीं हो पा रहे हैं, क्योंकि ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर आते ही धक्का-मुक्की शुरू हो जाती है। कोच में चढ़ने के लिए लोग लाइन तोड़ अपने लिए किसी भी कोच में स्थान बनाने के लिए चढ़ने लगते हैं। नई दिल्ली और आनंद विहार स्टेशन पर सप्तक्रांति, वैशाली, संपर्क क्रांति ही नहीं पूरब दिशा में जाने वाली राजधानी समेत अन्य ट्रेन के प्लेटफार्म पर पहुंचते ही हर समय भगदड़ वाली स्थिति बनी रहती है। कई बार रेलवे पुलिस को सख्ती तक बरतनी पड़ती है।
छठ पूजा को लेकर अतिरिक्त यात्रियों की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी ने समीक्षा बैठक की। अधिकारियों को उन्होंने अतिरिक्त टिकट खिड़कियां खोलने, अस्थायी जनरल टिकट काउंटरों के बाहर शेल्टर लगाने, पेयजल सुविधा उपलब्ध कराने, साफ-सफाई और संरक्षा एवं सुरक्षा इंतजामों की निगरानी करने के लिए रेल सुरक्षा बल जवानों की अतिरिक्त तैनाती करने का निर्देश दिया। अधिकारियों को भीड़ प्रबंधन में किसी तरह की कोताही नहीं करने का निर्देश दिया गया। सूरत में हुए हादसे से सबक लेने की सलाह दी गई।
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